DURG. छत्तीसगढ़ की स्थापना (1 नवंबर 2000) के एक दिन पहले यानी 31 अक्टूबर को एक अच्छी खबर आई। दरअसल, दुर्ग से खरसिया तक 266 किलोमीटर तक लंबी रेल लाइन बिछाई जाएगी। यह लाइन सर्वे के बाद बलौदाबाजार और नया रायपुर होते हुए बनाई जाएगी। इसमें करीब 5078 करोड़ रुपए खर्च आने का अनुमान है। इसके साथ ही इस ट्रैक के लिए निवेशकों की भी तलाश की जा रही है, ताकि ट्रैक बनाने में आने वाले खर्च का बोझ कम हो सके। अफसर इसके लिए कोशिश कर रहे हैं। इस रेल लाइन का काम केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से जल्द ही शुरुआत हो सकती है।
नई रेल लाइन से 100 से ज्यादा कस्बे-गांव जुड़ेंगे
जानकारी के अनुसार, दुर्ग, नया रायपुर, बलौदा बाजार, खरसिया रेल लाइन मौजूदा लाइन से पूरी तरह अलग रहेगी। प्रस्तावित इस रेलवे ट्रैक में नए क्षेत्र आ रहे हैं। यह ट्रैक एक सिरे से दुर्ग को जोड़ेगी तो दूसरे सिरे में बलौदा बाजार और खरसिया को जोड़ेगी। यह ट्रैक भले ही दुर्ग से खरसिया तक जाएगी, लेकिन बिलासपुर को नहीं जोड़ेगी। दुर्ग से खरसिया के बीच आने वाले 120 से अधिक कस्बे और छोटे-बड़े गांवों के पास से यह गुजरेगी।
यह ट्रैक ऐसे कई गांवों से गुजरेगा, जहां ठीक से सड़क भी नहीं है। इससे इन गांवों में आर्थिक और सामाजिक बदलाव आने की उम्मीद की जा रही है। छत्तीसगढ़ रेल कार्पोरेशन लिमिटेड के एमडी आरएस राजपूत के मुताबिक, प्रोजेक्ट को लेकर कोशिशें की जा रही है। एक- दो महीने में प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया जाएगा। कोरोना की वजह से सर्वे में देरी हुई। राज्य और केंद्र खर्च को वहन करने की तैयारी में हैं, निवेशकों की भी तलाश की जा रही है।
दुर्ग जिले के 21 गांवों से होकर गुजरेगी
नया रायपुर से परसदा, ठकुराइन टोला, बठेना, देमार, अरसनारा, नवागांव, देवादा, सांतरा, बोहारडीह, फेकारी, धौंराभाठा, मानिकचौरी, घुघसीडीह, खोपली, बोरीगारका, कोकड़ी, कोड़िया, हनोदा, पोटियाकला, कसारीडीह होते हुए मोहलाई के पास मुंबई-हावड़ा दपूम रेलवे लाइन से जुड़ेगी।