दवाइयां और पार्सल छोड़ने का झांसा देकर रायपुर-भिलाई में 50 से ज्यादा लोगों से की गई ठगी, कैसे खुला मामला आइए जानते हैं 

author-image
The Sootr CG
एडिट
New Update
दवाइयां और पार्सल छोड़ने का झांसा देकर रायपुर-भिलाई में 50 से ज्यादा लोगों से की गई ठगी, कैसे खुला मामला आइए जानते हैं 

RAIPUR. छत्तीसगढ़ में अब ठगों ने लोगों को ठगने या झांसा देने का नया तरीका अपना लिया है। रायपुर-भिलाई में दवाइयां और पार्सल छोड़ने के नाम पर ठगी का नया मामला सामने आया है। दोनों शहरों में ठग ने 50 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है। 



आरोपी को दबोचा, कई थानों में केस 

जानकारी के अनुसार गोलबाजार इलाके का एक ठग दवाइयां और पार्सल छोड़ने के नाम पर लोगों के पास जाता था। उन्हें पड़ोसी का पार्सल बताकर 2-3 हजार रुपए लेकर चला आता है। पड़ोसी को पार्सल देने पर वो बताते कि उनका नहीं है, तो ठगी का पता चलता था। रायपुर के कई थानों में इस ठग के खिलाफ शिकायत थी। लगातार शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। कॉल डिटेल और फुटेज से आरोपी को पकड़ लिया गया। पुलिस ने आरोपी के पकड़े जाने के बाद अलग-अलग थाना में केस दर्ज किया है। 



ये भी पढ़ें...






ऐसे करता था ठगी



गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने कहा कि रायपुर में एक अग्रवाल फैमली के घर गया और बोला कि पड़ोसी का पार्सल आया है, उन्होंने दवाइयां मंगाई हैं। उसने पड़ोसी के बेटे के नाम से किसी युवक से बात करा दी। युवक ने कहा कि वह मां को लेकर अस्पताल आ गया है। घर पर कोई नहीं हैं। पार्सल रखकर पैसे दे दीजिए। वह आकर दे जाएगा। महिला ने दो हजार देकर पार्सल रख लिया। शाम को जब पड़ोसी के पास गई तो पता चला है कि उन्होंने कोई बातचीत नहीं की है और दवाइयां भी नहीं मंगाई है। इसके बाद शिकायत भी दर्ज कराई गई है।



5 रुपए जमा करने क्यूआर कोड मांगा,फिर निकाल लिए ढाई लाख 



रायपुर में अब कारोबारी भी ठगों के लपेटे में आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार खम्हारडीह निवासी राजीव लोचन सिंघानिया का जीम मशीन का कारोबार है। कारोबारी को आर्मी कैंटीन कोटा के अधिकारी के नाम से फोन आया ट्रेड मशीन के लिए फोन आया। मशीन का 1.19 लाख रुपए में सौदा हुआ। इस दौरान ठग ने ऑनलाइन पेमेंट करने की बात कही। साथ ही 5 रुपए खाते में जमा करने के लिए क्यूआर कोड मांगा। उसके बाद वह खाते में ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर कर देगा। ठग की झांसे में कारोबारी आ गया। उन्होंने 5 रुपए जमा कर दिया। इसके बाद पांच बार में खाते से ढाई लाख रुपए पार कर दिया गया। जब ट्रांजेक्शन का मैसेज आया तो ठगी का पता चला। उसके बाद खाता ब्लॉक कराया गया।


दवाई-पार्सल ठगी रायपुर-भिलाई पार्सल ठगी छत्तीसगढ़ में ठगी का नया तरीका medicine-parcel fraud Raipur-Bhilai parcel fraud New method of cheating in Chhattisgarh
Advertisment