KHUJJI. राजनांदगांव की खुज्जी विधानसभा सीट छत्तीसगढ़ की सबसे चर्चित सीटों में से एक है। यहां की विधायक छन्नी साहू एक मजदूर से लेकर मजबूत नेता तक का सफर तय करने वाली कांग्रेस की महिला विधायक है। धनबल और बाहुबल के दम पर चुनाव लड़ने और लड़ाने के दौर में मनरेगा में मजदूरी करने वाली महिला का चुनाव जीतकर सदन में आवाज उठाना मजबूत लोकतंत्र की निशानी है।
सियासी मिजाज
साल 1967 में पहली बार खुज्जी विधानसभा अस्तित्व में आई। उस समय एचपी शुक्ला ने कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी। साल 1972 में बलदेव प्रसाद शर्मा कांग्रेस से जीते। 1977 में प्रकाश पांडेय ने पहली बार यहां जनता पार्टी का झंडा फहराया। तब से लेकर अब तक कभी कांग्रेस तो कभी बीजेपी के विधायकों को जनता ने अवसर दिया। साल 2018 में कांग्रेस की छन्नी चंदू साहू यहां से चुनाव जीती। इस सीट पर अब तक कुल 12 बार चुनाव हुए जिसमें से 6 बार कांग्रेस, 3 बार बीजेपी, 1-1 बार जनता पार्टी और जनता दल को मौका मिला तो वहीं साल 1980 में जनता ने निर्दलीय प्रत्याशी हरिप्रसाद शुक्ला को भी मौका दिया।
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सियासी समीकरण
साल 2018 में बीजेपी के सबसे ज्यादा बार विधायक रहे राजेंद्र पाल भाटिया ने निर्दलीय चुनाव लड़ा, नतीजा कांग्रेस की जीत हुई और बीजेपी उम्मीदवार तीसरे नंबर पर जा पहुंचा। कांग्रेस की विधायक छन्नी साहू रेत माफिया के खिलाफ मोर्चा खोलकर सुर्खियों में आई थी। रेत माफिया से तीखी झड़प के बाद विधायक पति की गिरफ्तारी हो गई थी। इससे नाराज होकर विधायक ने सुरक्षाकर्मी वापस कर दिए थे और अकेली स्कूटी चलाकर खुज्जी से रायपुर आईं थी और विधानसभा सत्र में शामिल हुई थी तब से उनकी छवि एक दंबग विधायक की बनी हुई है। जिससे 2023 में भी यहां से उनके चुनाव लड़ने की प्रबंल संभावना है।
जातिगत समीकरण
इस इलाके में कुल मतदाता 1 लाख 79 हजार 401 हैं। सामान्य वर्ग की इस सीट पर 32 फीसदी वोटर्स पिछड़े वर्ग के हैं। साहू वर्ग के करीब 20 फीसदी मतदाता इस इलाके मे है। आदिवासी वर्ग के 35 फीसदी मतदाता हैं। तो वहीं अजा वर्ग के 3 फीसदी मतदाता है।
मुद्दे
खुज्जी में भी छत्तीगढ़ की अन्य विधानसभा सीटों की तरह ही मुद्दों की कोई कमी नहीं है। इस इलाके में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। इलाके में सड़क-बिजली-पानी के साथ-साथ शिक्षा-रोजगार-स्वास्थ्य की समस्याएं भी प्रमुख हैं। इसके साथ ही साथ इलाके के विकास की योजनाओं में भ्रष्टाचार भी एक बड़ी समस्या है।
इन तमाम सवालों के जवाब जब हमने राजनीतिक दलों के नुमाइंदों से मांगे तो वो एक-दूसरे आरोप-प्रत्यारोप लगाते नजर आए।
इसके अलावा जब द सूत्र ने इलाके के प्रबुद्धजनों, वरिष्ठ पत्रकारों और आम जनता से बात की तो कुछ सवाल निकल कर आए
- विधायक भ्रष्टाचार को संरक्षण देती हैं, क्षेत्र में सक्रिय नहीं ?
जनता के सवालों पर क्या बोलीं विधायक छन्नी साहू
- मेरे इलाके की जनता जानती है मेरी सक्रियता।
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