Raipur. छत्तीसगढ़ में बिरनपुर मसले के बाद पुलिस हाइअलर्ट पर है। सीएम भूपेश बघेल ने भी हालही में हुई मीटिंग में अधिकारियों को ये निर्देश दिए थे ऐसे संवेदनसील मामलों में बिना देरी करे कार्रवाई की जाए। इधर रायपुर में सोशल मीडिया पर भड़काउ या नफरत फैलाने वाले पोस्ट करने पर पुलिस ने 8 नेताओं को नोटिस भेजा है। इस नोटिस में बीजेपी नेताओं पुलिस के सामने पेश होने और ऐसी पोस्ट से संबंधित तथ्यात्मक बयान पेश करने के लिए कहा गया है। दूसरी ओर बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा है कि भैया भए कोतवाल तो डर काहे का? कांग्रेस की सरकार है.. कांग्रेसियों की शिकायत है... कांग्रेस की पुलिस है तो बीजेपी नेताओं पर दवाब डाला जा रहा है।
पूरे मामले में बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी नेता केदार गुप्ता ने कहा है कि बीजेपी ने ऐसा कोई पोस्ट नहीं किया है, जिससे सामाजिक सौहार्द्र खराब हो। सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का... कांग्रेस की सरकार है.. कांग्रेस की पुलिस है और कांग्रेसियों ने ही शिकायत की है। कहीं ना कहीं यह जो घटना घटी है। इससे सामाजिक सौहार्द्र खराब हुआ है। इस पर शासन प्रशासन की जिम्मेदारी है। अब इसे राजनीतिक रूप देकर जनता का ध्यान भटकाना चाहते हैं। वही नोटिस उन्हें देनी चाहिए जिन्होंने समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया।
'नोटिस पर शीर्ष नेतृत्व लेगा फैसला'
बीजेपी नेताओं ने नोटिस जारी होने पर कहा कि शीर्ष नेतृत्व इसको लेकर एक सामूहिक फैसला जल्द करेगा। वहीं बीजेपी प्रवक्ता अमित चिमनानी का कहना है कि कांग्रेस को जितनी शिकायत करनी है और कर दे। लेकिन भारतीय जनता पार्टी इस बात को सुनिश्चित करेगी उसका हर कार्यकर्ता इस बात को सुनिश्चित करेगा, कोई और निर्दोष भुनेश्वर साहू निर्ममता से मारा न जाए। किसी और ईश्वर साहू को यह न कहना पड़े मेरे बेटे के साथ जो हुआ वह किसी और के बेटे के साथ ना हो। बीजेपी सरकार के चरित्र को समझ चुकी है। साथ ही जनता भी सरकार के चरित्र को समझ चुकी है। भुनेश्वर साहू के हत्या के आरोपियों को पुलिस आज तक गिरफ्तार नहीं कर पाई तो अब बीजेपी के लोगों पर फर्जी FIR कर रही है।
किसे नोटिस, कब पेशी?
पुलिस ने 8 नेताओं को नोटिस जारी किया है साथ ही उन्हे थाना में प्रस्तुत होकर पोस्ट से संबंधित तथ्यात्मक बयान पेश करने के लिए कहा गया है। इनमें 14 अप्रैल को योगी साहू और नंदन जैन को, 15 अप्रैल को कमल शर्मा, 16 अप्रैल को बिट्टू पाणिग्रही और शुभंकर द्विवेदी, 17 अप्रैल को केदारनाथ गुप्ता और संजय श्रीवास्तव वही 18 अप्रैल को प्रदेश आईटी सेल प्रभारी सुनील एसबीआई को थाने में पेश होकर अपने बयान देने होंगे।