RAIPUR. रायपुर में बागेश्वर धाम के दरबार मे बिलासपुर की रहने वाली सुल्ताना बेगम ने हिन्दू धर्म अपना लिया है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के मौजूदगी में उन्होंने हिन्दू धर्म को अपनाया है। आज सुल्ताना बेगम का नामकरण था, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर ने उनका नाम शुभी रखा। साथ ही शुभी की इच्छा के तहत उन्होंने धीरेन्द्र शास्त्री को राखी भी बांधी। इस दौरान जब शुभी मीडिया से मुखातिब हुई तो उन्होंने कहा कि वो कृष्णा की पूजा करती थी इसलिए उसे परिजनों ने निकाल दिया था।जहां वो काम करती थी वहां से भी पड़ताडित कर निकाल दिया गया। शुभी ने आगे कहा कि बहुत लोगों ने मेरे पर लांछन लगाए। मेरे काम से भी निकाला गया। पर अब मैं हिन्दू धर्म में आकर बहुत खुश हूं। अब मेरे साथ मेरे भैया धीरेन्द्र शास्त्री का आशीर्वाद मेरे साथ है। मैं बहुत खुश हूं...
हिन्दू संस्कारों वाला धर्म है इसमें भाई-बहन में शादियां नहीं होती
महिला आगे कहती हैं, हिन्दू धर्म संस्कारों वाला धर्म है। इसमें भाई-बहन में शादियां नहीं होती। इसमें औरतों की जिंदगी बर्बाद नहीं होती। इसमें तीन तलाक नहीं होता। मैं लड्डू गोपाल की भी पूजा करती हूँ। बता दें शुभी (सुल्ताना बेगम) बिलासपुर की रहने वाली है। उसके तीन भाई भी और माता पिता भी है। मूर्ति पूजा की वजह से उसे घर से निकाल दिया गया था।
यह खबर भी पढ़ें
हिंदू धर्म को सर्वोपरि मानकर हिंदू धर्म में आना चाह रही हैं
इस संबंध में एक वीडियो वायरल हुआ है इस 26 सेकेंड के वीडियो के बाद पंडित धीरेन्द्र शास्त्री कहते हैं कि आज यह बहन ने अपनी इच्छा से बालेश्वर बालाजी का चमत्कार देखकर और सनातन हिंदू धर्म को सर्वोपरि मानकर हिंदू धर्म में आना चाह रही हैं। इसके बाद मुस्लिम महिला कहती हैं, “मेरा नाम सुल्ताना है। मैं छतीसगढ़ बिलासपुर से हूं। मेरे पिता का नाम आमिर खान है और माता का नाम सरवरी बेगम है। मैं मूर्ति पूजा करती हूं, इसलिए मेरे घर वालों ने मुझे त्याग दिया है। मुझे ये लोग कहते हैं कि मैं मुस्लिम के नाम पर कलंक हूं। मरूंगी तो जहन्नुम जाऊंगी।”
धीरेंद्र शास्त्री की प्रेरणा से लोग सनातन धर्म में वापसी कर रहे हैं
कुछ दिन पहले जब महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराष्ट्र गए थे तो वहां कथा के समापन के बाद ‘महाराष्ट्र अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति’ के राष्ट्रीय संयोजक श्याम मानव ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया था। साथ ही, उन्होंने उन्होंने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चुनौती भी दी थी। इसलिए वे दो दिन पहले ही नागपुर से भाग गए। वहीं पूरे विवाद पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा था। उन्होंने कहा था कि उनकी प्रेरणा से लोग सनातन धर्म में वापसी कर रहे हैं। इसलिए, मिशनरी के लोग करोड़ों खर्च कर उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं। वहीं अब धीरे-धीरे महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को मिल रहा समर्थन बढ़ता जा रहा है। बाबा रामदेव भी अब उनके समर्थन में आगे आ गए हैं।