Raipur. मध्यप्रदेश के इंदौर में हालही में बड़ी घटना सामने आई है। इंदौर में बावड़ी के गिरने से 36 लोगों की मौत हो गई है। ऐसे में बावड़ी और पुराने भवनों को लेकर लोगों में काफी डर बैठ गया है। दूसरी ओर इंदौर मामला सामने आने के बाद कब कहां फिर घटना घट जाए कोई नहीं जानता है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में द सूत्र ने भी पड़ताल की है तो पता चला कि शहर में 100 से ज्यादा ऐसे जर्जर मकान हैं जिनमें या तो मेंटेनेंस की जरूरत है या फिर इन्हे डिसमेंटल कर देना चाहिए। हालांकि निगम ने इन मकानों में नोटिस जरूर दिया है लेकिन अब तक कार्रवाई के नाम पर कोई सूचना सामने नहीं आई है। जिसके बाद ऐसा लग रहा है कि कभी भी दुर्घटना की तस्वीर सामने आ सकती है।
122 जर्जर भवन की निगम के पास सूची
राजधानी रायपुर में जर्जर भवनों की बात की जाए तो 122 भवन ऐसे हैं जिनको तत्काल रिपेयर या डिसमेंटल करने की जरूरत है। इसको लेकर नगर निगम कमिश्नर मयंक चतुर्वेदी और ए़डिशनल कमिश्नर सुनील चंद्रवंशी से बात की गई। ए़डिशनल कमिश्नर सुनील चंद्रवंशी का कहना है कि जर्जर भवन के लिए नगर निगम समय-समय पर जोन के माध्यम से आंकलन करवाती है। अभी जोन के माध्यम से लिस्टिंग प्राप्त हुई है। जिसमें लगभग 122 जर्जर भवनों की सूची मिली है। जिसमें सभी को नोटिस दिया गया है कि वो अपने भवन को या तो प्रॉपर नियमानुसार डिस्मेंटल करें। इसके बाद बहुत सारे लोगों ने कार्रवाई की है। बहुत से लोगों ने डिस्मेनटल कर दिया है और मरम्मत करने की कार्रवाई भी उनके द्वारा की जा रही है।
पुराने कुएं को लेकर जारी है पहल- चंद्रवंशी
नगर निगम रायपुर के ए़डिशनल कमिश्नर सुनील चंद्रवंशी ने पुराने कुएं के बारे में बताया कि हाल ही में MIC में प्रस्ताव आया है। मेयर, सदस्य गण और कमिश्नर के मार्गदर्शन में वार्ड के हर एक कुएं है उनको रेनोवेट करके बेहतर करनी की पहल की जा रही है। साथ ही उसके पानी का उपयोग करने के लिए एक मुहिम चलाई जा रही है। इसके लिए बहुत पुराने अच्छे वृक्ष हैं उनपर एक चौपाल की तरह वहां पर चबूतरा बनाकर क्यों कि लोग वहां पर जाकर बैठते हैं तो छाया होती है। इन दो कॉनसेप्ट के साथ हर एक वार्ड में कुंए और वृक्ष को इस तरीके से ले जा कर रेनोवेशन की कार्रवाई की जा रही है और बहुत जगहों पर तैयार भी किए जा चुके हैं। अभी की स्थिति में जो जानकारी प्राप्त हुई हैं जोन से लगभग सभी जोन में जो एक एक कुएं हैं चिन्हित कर उन पर कार्रवाई शुरू की जा चुकी है और वृक्ष का जो संरक्षण है उसके आधार पर भी लगभग सभी वार्डों में किए जा चुके है ऑन एवरेज 80 परसेंट काम पूरा हो चुका है।