नितिन मिश्रा, Raipur. छत्तीसगढ़ में गर्मी के महीने शुरु हो गए हैं। ऐसे में शहर में पानी की स्थिति के बारे में चिंता होना लाजमी है। मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी का भू जल स्तर लगातार गिरता जा रहा है। बीते 10 सालों में हर साल भू जल 1 मीटर नीचे गिरता जा रहा है। 2017 में आई रिपोर्ट के अनुसार रायपुर का भू जल चिंता जनक रहा। बता दें कि सन् 2017 के बाद से कोई भी सरकारी आंकड़ा भू जल के संबंध में जारी नहीं किया गया है। सरकार द्वारा आंकड़ा जारी ना करना अपने आप में बड़ा सवाल है। अधिकारियों के अनुसार भू जल स्तर नीचे गिरने का कारण यह बताया गया है कि शहर में बरसात का पानी ज़मीन तक पहुंच ही नहीं पा रहा है। द सूत्र की टीम ने राजधानी में पानी की सप्लाई और जल स्रोतों के बारे में भी पड़ताल की है।
रायपुर में भू जल स्तर की क्या है स्थिति
रायपुर के 10 सालों में भू जल स्तर की स्थिति गंभीर होती जा रही है हर साल भू जल की स्थिति चिंता जनक होती जा रही है अगर लगातार पानी की बरबादी होती रही और यही हालात रहे तो लोगों को भू जल नहीं मिल सकेगा। भू जल स्तर नीचे जाने का कारण बढ़ती हुई जनसंख्या और कम मात्रा में बारिश होना है। भू जल का संरक्षण करने और बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक तकनीकों की आवश्यकता है। साथ ही भू जल की गुणवत्ता पहले की तरह नहीं है पानी की क्वालिटी में भारी गिरावट आई है। भू जल से संबंधित अधिकारी ने बताया कि लोग जमीन में पानी जाने का रास्ता ही नहीं छोड़ रहे हैं मिट्टी के माध्यम से रिस-रिस कर पानी ज़मीन में जाता है जिससे भू जल में बढ़ोत्तरी होती है लेकिन इतने मकानों का निर्माण हो चुका है कि पानी के नीचे जाने का रास्ता ही नहीं बचा है।
2017 के बाद नहीं जारी हुआ कोई आंकड़ा
बता दें कि 2017 के बाद से कोई भी सरकारी आंकड़ा भू जल स्तर का जारी नहीं किया गया। मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने ही भू जल स्तर का आंकड़ा जारी करने से रोक रखा ही। 2017 के आंकड़ों के अनुसार 146 ब्लॉक में से 122 ब्लॉक सेफ जोन में थे जबकि 22 जोन सेमी-क्रिटिकल और 2 ब्लॉक क्रिटिकल कंडीशन में थे। रायपुर शहर के साथ बालोद जिला क्रिटिकल कंडीशन में था। रायपुर शहर के आज के भू जल स्तर की बात करें तो द सूत्र की टीम ने पिछले साल यानी 2022 और 2023 के मिलते जुलते समय आंकड़ों का मिलान किया है। जिसमें 2022 के जनवरी महीने में भू जल स्तर 16.00 मीटर रहा जबकि इस साल 20.20 मीटर नीचे हैं। वहीं पिछले साल के मई महीने में भू जल स्तर 40.21 मीटर रहा है। 2023 के फरवरी महीने में भू जल स्तर 21.46 मीटर नीचे गिरा है। ऐसे में रायपुर शहर का जल स्तर बारिश होने के बाद भी नीचे जाता दिख रहा है
गंगरेल से शहर में पानी सप्लाई होता है
जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता बद्री चंद्राकर ने बताया है कि रायपुर में पानी मुख्यतः गंगरेल से आता है जिससे हमे कच्चा जल प्राप्त होता है जिसको इंटेक करके खारून भाटागांव में लाकर फिल्टर करके 70 वार्डों के लोगो तक पहुंचाया जाता है। इसके लिए हमारे पास 4 हजार 2 सौ ओवर हेड टैंक बना हुआ है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं हैं जहां तक पानी नहीं पहुंचता। गर्मी होने के कारण थोड़ी समस्या बढ़ जाती है लोग ज्यादा पानी का उपयोग करते ही आवश्यकता बढ़ जाने के कारण पानी की थोड़ी समस्या आती है जिसको टैंकर के माध्यम से पूरी करते हैं। नियमानुसार 135 केप्टा पानी देना है लेकिन हम 150 केप्टा पानी सप्लाई कर रहे हैं।