नितिन मिश्रा, RAIPUR. शहर को डिजिटल बनाने के लिए नगर निगम ने सभी वार्डों में डिजिटल नंबर प्लेट लगाने का निर्णय किया, आधे से ज्यादा वार्डों में डिजिटल नंबर प्लेट लग भी गई है। इस नंबर प्लेट में लगे QR स्कैनर से प्रॉपर्टी टैक्स का ऑनलाइन भुगतान के साथ अन्य सेवाएं भी मिलनी है। जिससे शहर के नागरिकों को आसानी होती। लेकिन मामला उल्टा हो गया है जब कोई अपना टैक्स भरना चाहता है लेकिन स्कैन करने पर किसी और का ही डेटा सामने दिखाई पड़ता है। शिकायतें ऐसी भी मिल रही हैं कि कई घरों में एक की जगह दो-दो नंबर प्लेट लगा दी गई है। वहीं कई लोग दूसरे का प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान कर चुके हैं। इससे डिजिटल नंबर प्लेट में गड़बड़ी देखी जा सकती है। ऑनलाइन टैक्स नहीं भर पाने से नगर निगम में रात तक प्रॉपर्टी टैक्स जमा होता रहा। निगम में भीड़ होने के कारण लोग आखिरी दिन में प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं कर पाए।
QR से दूसरे का प्रॉपर्टी टैक्स का हो रहा भुगतान
रायपुर नगर निगम के द्वारा सभी वार्डों में डिजिटल नंबर प्लेट लगाने का काम चल रहा है, कई वार्डों में डिजिटल नंबर प्लेट लग चुकी है। डिजिटल नंबर प्लेट में लगे QR कोड के जरिए ऑनलाइन टैक्स का भुगतान किया जाना है। लेकिन जब आम नागरिकों ने QR को स्कैन किया तो किसी और का ही डाटा सामने आ रहा है। साथ ही किसी-किसी घरों में 2-2 नंबर प्लेट लगा दी गई हैं। जिससे कई लोगों ने किसी और का ही प्रॉपर्टी टैक्स भुगतान कर दिया है।इस गड़बड़ी का पता तब चला जब लोगो ने QR को स्कैन किया और किसी दूसरे का डेटा देखने मिला।
नगर निगम की लापरवाही से 10 प्रतिशत जुर्माने के साथ भरना होगा टैक्स
बीते दिन शुक्रवार को जब लोगों को इस गड़बड़ी का पता चला तो नगर निगम में टैक्स का भुगतान करने के लिये पहुंचे। शुक्रवार को टैक्स जमा करने का आखिरी दिन था टैक्स भुगतान करने वालों की लंबी कतार देखने को मिली। भीड़ देखकर कुछ लोग बिना टैक्स का भुगतान किए बग़ैर ही वापस चल दिए। टैक्स जमा करने का आखिरी दिन होने के कारण नगर निगम की लापरवाही से लोगों को आज से 10 प्रतिशत जुर्माने के साथ प्रॉपर्टी टैक्स जमा करना होगा।
अधिकारी ने कहा सब झूठ है ऐसी कोई बात नहीं
नगर निगम कमिश्नर मयंक चतुर्वेदी ने इस पर कुछ और ही तर्क दिया है। चतुर्वेदी का कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं है, सब नंबर प्लेट सही से लगाई गई हैं। नगर निगम द्वारा लगाई गई नंबर प्लेट सही काम कर रही है।