RAIPUR. रायपुर के रावणभाठा मैदान में साधु-संतों की धर्मसभा हुई। यह धर्मसभा भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का शंखनाद करने के लिए हो रही है। इसमें देशभर से हजारों की संख्या में साधु-संत पहुंचे। धर्मसभा की शुरुआत हनुमान चालीसा के पाठ से हुई।
वनवासियों ने भगवान राम को रास्ता बताया था
धर्मसभा की अध्यक्षता करते हुए जूना अखाड़े के प्रमुख अवधेशानंद गिरी ने कहा कि हिंदू जब कट्टर होगा तो शांति होगी। हिंदू सबको पूजता है। सत्य की रक्षा के लिए हिंदू अपनी पत्नी-बच्चों को बेच देगा। छत्तीसगढ़ के वनवासियों के सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वनवासियों का उपकार भुलाया नहीं जा सकता। वनवासियों ने भगवान राम को रास्ता बताया था।
पूरे विश्व में हिंदू धर्म छाया हुआ है
अवधेशानंदजी ने कहा कि हमारी संस्कृति सब अपना रहे हैं। फिर भी हम यहां हिंदू राष्ट्र नहीं कह पा रहे है। पीएम ने भी विदेशों में योग को पहुंचाया। जी20 की भारत आज अध्यक्षता कर रहा है। शोध से पता चला है कि पूरे विश्व में हिंदू धर्म छाया हुआ है। अकेले अमेरिका में 12 लाख योग केंद्र हैं। संत वृक्ष के समान हैं। संत दूसरों के लिए ही है। इस मंच पर आकर मैं खुश हूं। यह दृश्य कुंभ जैसा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ियां सब ले बढ़िया हैं।
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प्रायोजित धर्मांतरण हो रहा है: वासुदेवाचार्य
काशी पीठ के शंकराचार्य वासुदेवाचार्य ने कहा कि प्रायोजित धर्मांतरण हो रहा है। गैर भाजपा शासित प्रदेशों में ही ऐसी साजिश चल रही है। देश में आतंक फैलाने हजारों करोड़ की फंडिंग विदेशों से हो रही है। हिंदू सशक्त हो तभी हिंदू राष्ट्र बनेगा।
समरसता यात्रा का किया गया समापन
छत्तीसगढ़ की चार दिशाओं से हिंदू स्वाभिमान जागरण एवं सामाजिक समरसता यात्रा निकाली गई थी। इसका समापन रावणभाठा मैदान में संकल्प धर्मसभा में अनेक संतों के उद्बोधन के साथ हुआ। धर्मसभा में साधु-संतों ने हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया। छत्तीसगढ़ में हिंदू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा का संयोजन विश्व हिंदू परिषद ने 18 फरवरी को चार शक्तिपीठों से किया था।
धर्मांतरण गैर भाजपा शासित राज्यों में क्यों हो रहा है?
सीएम भूपेश बघेल ने धर्मसभा के लेकर कहा कि भाजपा समर्थित साधु संत जनता को गुमराह कर रहे हैं। अमित शाह साफ कर चुके हैं कि देश संविधान से चलेगा। यानी भारत धर्मनिरपेक्ष राज्य है। इस पर पलटवार करते काशी के स्वामी जितेंद्र आनंद सरस्वती ने मंच से कहा कि देश में साजिशों की कुछ जड़ें छत्तीसगढ़ से हैं। सर्वाधिक धर्मांतरण गैर भाजपा शासित राज्यों में क्यों हो रहा है। यह भी सोचना चाहिए।
सीएम के बयान पर पूर्व सीएम बोले-साधु संत किसी पार्टी के नहीं, बल्कि सर्व समाज के हाेते हैं
रायपुर में चल रही धर्म सभा को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साधु-संतों को लेकर दिए गए बयान पर पूर्व सीएम रमन सिंह पलटवार किया है। कहा कि भूपेश को समझ नहीं आएगा, यह साधु-संतों की रैली है और सामाजिक समरसता के लिए निकाली गई थी। बालोद में सिंह ने कहा कि साधु-संत किसी भी पार्टी के नहीं होते, वह केवल सर्व समाज के होते हैं। यह एक धर्म सभा है। भूपेश को तो सभी भाजपा के ही दिखते हैं। पता नहीं कांग्रेस में कौन हैं। बता दें कि सीएम भूपेश बघेल ने कहा था कि बीजेपी समर्थित साधु-संत जनता को गुमराह कर रहे हैं।
बुनकर सहकारी समितियां कर्ज में है
देवांगन समाज की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के प्राचीनतम समाजों में से बुनकर देवांगन समाज की बड़ी भूमिका है। मुख्यमंत्री बनते ही समाज के लोगों से मैंने चर्चा की और समाज के पीछे जाने के कारणों का पता लगाया। तब एक ही बात सामने आई कि बुनकर सहकारी समितियां कर्ज में है। बैंक से लोन नहीं मिलता। उसी दिन निर्णय लिया गया और बुनकरों के कर्ज माफ किया। यह भी निर्णय लिया कि बुनकरों के बनाए कपड़े स्कूल के बच्चे पहनेंगे। आज कोसा की पहचान देवांगन समाज से है।
झूठ का महल खड़ा कर ही बीजेपी
इधर, कांकेर रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि हिन्दू राष्ट्र की मांग केंद्र सरकार से करनी चाहिए। बीजेपी झूठ का महल खड़ा करती है। उन्होंने कहा कि बहुत सारे साधु-संत भाजपा समर्थित हैं, जो जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्हें हिंदू राष्ट्र की मांग यहां करने की बजाय दिल्ली में केंद्र सरकार से करनी चाहिए।