Bilaspur। केजीएफ स्टाइल में कोयले की तस्करी का एक वीडियाे वायरल होने के बाद बिफरे बिलासपुर रेंज आईजी रतनलाल डांगी ने एंटी क्राईम और सायबर यूनिट को छ बिंदुओं पर जांच के निर्देश जारी किए हैं। वायरल वीडियाे में किसी जगह का नाम उल्लेखित नही है लेकिन माना जा रहा है कि, यह कोयला तस्करों का गढ़ और स्वर्ग माने जाने वाले कोरबा इलाके का है। विदित हो कि, कोरबा वही इलाका है जहां पर भारी गड़बड़ी के आरोप लगा लिखित पत्र खुद मंत्री जय सिंह अग्रवाल राज्य सरकार को भेज चुके हैं। हालांकि जो पत्र उन्होने भेजा है,उसका मूल मसौदा डीएमएफ में गड़बड़ी है, लेकिन मंत्री जय सिंह कोयले की व्यापक तस्करी और गैंग बनाकर इसे संचालित करने तथा स्थानीय पुलिस अधिकारियाें के संरक्षण का आरोप भी लगा चुके हैं।अब वीडियाे वायरल होने से हडकंप मचा हुआ है। सख्त छवि के आईजी रतनलाल डांगी ने वीडियाे के मिलते ही मामले को एंटी क्राईम और सायबर यूनिट को साैंप दिया है,और जल्द से जल्द रिपोर्ट तलब की है।
इन छ बिंदुओं में होगी जांच
वायरल वीडियाे में सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण जिनमें महिला पुरूष बच्चे शामिल हैं, वे कोयला को निकालते और ले जाते दिख रहे हैं। इस वायरल वीडियाे को देखने से यह स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि, यह किसी खदान का ही वीडियाे है। जितनी बड़ी तादाद में ग्रामीण इस वीडियो में दिख रहे हैं, यह प्रश्न स्वाभाविक रूप से उठता है कि, आखिर यह बगैर किसी संरक्षण के कैसे संभव है। बिलासपुर रेंज आईजी रतनलाल डांगी ने इस वायरल वीडियाे की जांच के लिए जो बिंदु तय किए हैं,उनमें भी इस प्रश्न की तलाश के निर्देश हैं। आईजी डांगी के पत्र में उल्लेखित है कि,जांच में यह वीडियाे किस खदान और किस जिले का है,चोरी का यह कोयला खरीद करने वाले सरगना कौन कौन हैं और चोरी का कोयला किसको बेच रहे हैं,इस कोयला चोरी के प्रकरण में क्या किसी अधिकारी कर्मचारी की सहभागिता भी है,इन बिंदुओं पर जांच की जाए। जांच के आदेश में इस बिंदु पर भी जांच के निर्देश हैं कि,इन खदानाें में केंद्रीय सुरक्षा बल होते हैं,वे रोक क्याें नही पा रहे हैं, और इनका जिला पुलिस से कैसा तालमेल है। जांच आदेश में पूछा गया है कि, इसके पहले जबकि कोयला चोरी की रिपोर्ट एसईसीएल की ओर से हुई तो फिर पुलिस ने कार्यवाही क्या की और यदि नही की तो क्यों नही की गई।
तीन जिलों के एसपी को भेजी गई आदेश की कॉपी
इस जांच को एंटी क्राईम और सायबर यूनिट को इस निर्देश के साथ साैंपा गया है कि, आवश्यकता पड़ने पर वे अन्य अधिकारियाें कर्मचारियाें की मदद ले सकते हैं। इस पत्र की प्रतिलिपी बिलासपुर एसपी,रायगढ़ एसपी और कोरबा एसपी को भेजी गई है। इन तीनाें ही जिलाें में कोयले का संदर्भ प्रसंग है,रायगढ़ और कोरबा में सीधे तौर पर कोयला खदानें हैं जबकि बिलासपुर में कई कोल डिपो हैं।