नई दिल्ली. सरकार की एजेंसी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट (NIDM- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान) ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दी है। NIDM के मुताबिक, तीसरी लहर में रोज 6 लाख नए केस मिल सकते हैं। लिहाजा वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाए जाने की जरूरत है। NIDM की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका समेत कई देशों से तुलना करने के बाद पता चला है कि भारत में टीकाकरण की दर सबसे ज्यादा है। लेकिन खतरे को देखते हुए लोगों को और तेजी से वैक्सीनेट करना होगा।
रिपोर्ट में और क्या कहा गया?
भारत में अब तक 10.4 करोड़ (7.6%) लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज लगे हैं। हाल ही में पंडित दीनदयाल एनर्जी यूनिवर्सिटी (PEDU) और निरमा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर्स और एल्युमिनाई के शोध में सामने आया है कि भारत का मौजूदा वैक्सीनेशन रेट 3.2% है, जो ज्यादा इम्प्रूव नहीं हो रहा। अमेरिका में 50% लोगों को टीका लग चुका है। देश का मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्टर अभी भी कमजोर है। बच्चों के लिए पर्याप्त मेडिकल स्टाफ नहीं है। ग्रामीण और शहरी भारत के बीच काफी अंतर है।
ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को वैक्सीनेट करने की जरूरत
रिपोर्ट में कहा गया है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं कम वैक्सीनेट हुई हैं, इस गैप को भी भरे जाने की जरूरत है। बताया गया कि 1000 पुरुषों के मुकाबले 856 महिलाओं को डोज दी जा रही है। यह भारत के सेक्स रेशो (Sex Ratio- 1000 पुरुषों पर 924 महिलाएं) से मेल नहीं खाता। भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में सिर्फ 42% महिलाओं का वैक्सीनेशन हुआ है। पश्चिम बंगाल में 44%, दादरा और नगर हवेली (केंद्रशासित प्रदेश- UT) में 30% महिलाओं को टीका लगा है। केरल और आंध्र प्रदेश ही ऐसे राज्य हैं, जहां पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को टीका लगा।