मध्यप्रदेश के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात में ओमिकॉन वैरिएंट (omicron Variant) के केस सामने आ चुके हैं। सरकार का दावा है कि नए खतरे को देखते हुए सीमावर्ती जिलों में सख्ती बढ़ाई गई है। प्रशासन 3टी सिस्टम यानी टेस्टिंग (Testing), ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट पर काम कर रहा है। लेकिन हकीकत में यहां सरकारी दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। यहां लोगों की टेस्टिंग तो दूर लोग बगैर मास्क के घूमते नजर आ रहे हैं।
इन जिलों से खतरा
- राजस्थान (Rajastan) में ओमिक्रॉन के 9 मामले सामने आ चुके हैं। राजस्थान की सीमा से प्रदेश के 10 जिले लगते हैं। इनमें झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, श्योपुर और मुरैना शामिल हैं।
महाराष्ट्र की सीमा से 8 जिले बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट लगते हैं। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 10 केस मिल चुके हैं।
गुजरात की सीमा से दो जिले झाबुआ और अलीराजपुर हैं। यहां भी नए वैरिएंट के केस आमने आ चुके हैं।
अफसरों को निर्देशों का इंतजार
सीमा पर कर्मचारी नहीं है। अफसर निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। दूसरे राज्यों से आने वाल लोगों की जानकारी भी नहीं ली जा रही है। इसके अलावा लोगों की कोरोना टेस्टिंग भी नहीं हो रही है।
द-सूत्र ऐप डाउनलोड करें :
https://bit.ly/thesootrapp
द-सूत्र को फॉलो और लाइक करें:
">Facebook | Twitter | Instagram | Youtube