नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस की स्थिति और वैक्सीनेशन को लेकर 10 सितंबर को हाईलेवल मीटिंग की। मोदी ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर देशभर में ऑक्सीजन सप्लाई तेजी से बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही राज्यों से दवाओं का बफर स्टॉक रखने को भी कहा। देशभर के अस्पतालों में बच्चों के लिए पर्याप्त बेड तैयार रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने राज्यों से हेल्थ फैसिलिटीज के बुनियादी ढांचे को रीडिजाइन और ब्लैक फंगस की दवाइयां भी तैयार रखने को कहा।अभी देश में 961 लिक्विड मेडिकल स्टोरेज टैंक और 1450 मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम लगाए जा रहे हैं। हर जिले में ऑक्सीजन की कम से कम एक यूनिट लगाने का टारगेट रखा गया है।
हर ब्लॉक में एक एंबुलेंस पहुंचाने पर जोर
प्रधानमंत्री ने ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने के काम का रिव्यू भी किया। उन्होंने बताया कि अब तक राज्यों को एक लाख ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर और 3 लाख ऑक्सीजन सिलेंडर दिए जा चुके हैं। एंबुलेंस नेटवर्क का और विस्तार किया जा रहा है, ताकि हर ब्लॉक में कम से कम एक एंबुलेंस हो।
जीनोम सीक्वेंसिंग से नए म्यूटेंट की पहचान करें
मीटिंग में मोदी ने कहा कि वायरस के नए म्यूटेंट की पहचान के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग का काम लगातार किया जाना चाहिए। अफसरों ने मोदी को बताया कि देश के 433 जिलों में RT-PCR लैब बनाने के लिए केंद्र से मदद दी जा रही है। इससे टेस्टिंग में तेजी आ सकेगी।