Jabalpur. पूरे प्रदेश के साथ-साथ जबलपुर में भी कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। जबलपुर में बीते 32 दिनों में कोरोना के 152 मरीज सामने आए, जिसमें तीन की मौत भी हो चुकी है। 50 से ज्यादा कोरोना संक्रमित होम और संस्थागत आइसोलेशन में उपचार करवा रहे हैं। इस अवधि में कोरोना की संक्रमण दर दो प्रतिशत के करीब रही। कोरोना की पहली लहर में 152 मरीज तक पहुंचने में 71 दिन लगे थे।
अनुमान लगाया जा सकता है कि तीसरी लहर के बाद कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यह हालात तब हैं जब स्वास्थ्य विभाग सैंपलिंग पर ध्यान नहीं दे रहा है। कोरोना की तीसरी लहर में जब रोजाना एक-दो मरीज मिल रहे थे, तब स्वास्थ्य विभाग पांच हजार से ज्यादा सैंपलिंग करवा रहा है। इधर, 32 दिन में सिर्फ 7 हजार 928 सैंपल लिए गए। चिकित्सकों का कहना है कि बरसात के मौसम में ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है।
सात गुना बढ़े सक्रिय मरीज
जून के पहले सप्ताह के मुकाबले इन 32 दिनों में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या सात गुना तक बढ़ गई। जून के पहले सप्ताह में सक्रिय मरीजों की संख्या आठ रही जो अब बढ़कर 52 हो गई। 10 जून के बाद सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जून से पहले के कुछ महीनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी कम रही। जिसके चलते तमाम निजी और शासकीय अस्पतालों के कोविड वार्ड बंद कर वहां अन्य बीमारियों के मरीजों को भर्ती किया जाने लगा।
सैंपल पर नहीं है जोर
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए शासन ने ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग के निर्देश दिए। लेकिन स्वास्थ्य विभाग रोजाना औसत 264 सैंपल ही ले रहा हैं, जो पहली और दूसरी लहर के मुकाबले कम है।