BHOPAL. देश में कोरोना की चौथी लहर को लेकर खतरा बढ़ता जा रहा है। तेजी से कोरोना पेशेंट सामने आ रहे हैं। बीते 24 घंटे की बात करें तो देश में कोरोना के 3246 नए मामले सामने आए। 25 लोगों की कोरोना से मौत भी हुई, जबकि 2783 लोग ठीक हुए। दिल्ली में इस समय सबसे ज्यादा कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं। यहां 24 घंटे में 1520 नए मामले रिकॉर्ड किए गए। इसी के साथ दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 5.10% तक हो गया है। दिल्ली में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 5716 हो गई है।
केंद्र सरकार की तरफ से जारी आंकड़े
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कुल एक्टिव केस की संख्या 18 हजार पार हो गई है। वहीं, एक्टिव केस कुल संक्रमण का 0.04% रिकॉर्ड किया गया। देश में पिछले 24 घंटों में कुल 2,755 मरीज कोरोना से ठीक होने के बाद रिकवरी रेट 98.74% पर पहुंच गया है।
कोरोना की चौथी लहर की आशंका के बीच राहत की खबर यह है कि जब तक कोरोना का नया वैरिएंट नहीं आता, तब तक हम इसके खतरे से सेफ हैं। ओमिक्रॉन की वजह से 98% भारतीयों में एंटीबॉडी बन चुकी है। ऐसे में अब हमारे लिए कोरोना का खतरा बेइमानी है।
चौथी लहर की आशंका नहीं
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अभी नई लहर की आशंका नहीं है। क्योंकि, नई लहर नए वैरिएंट से आती है। देश में अभी ओमिक्रॉन या उसके सब-वैरिएंट हैं। इसलिए नई लहर की आशंका नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शनिवार को बताया कि देश में 12 से 14 साल ऐज ग्रुप के 60% बच्चों को वैक्सीन का पहला डोज लगाया जा चुका है।
बूस्टर डोज लगवा सकेंगे लोग
टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह की एक समिति ने सिफारिश की है कि रूस के कोविड-रोधी टीके स्पूतनिक-वी की दोनों खुराक ले चुके लोगों को इस टीके की पहली खुराक को बूस्टर के तौर पर दिया जा सकता है। मालूम हो कि स्पूतनिक-वी टीके की दोनों खुराक की रचनाएं अलग-अलग हैं। अभी स्पूतनिक-वी वैक्सीन के दोनों डोज लगवा चुके लोगों के लिए बूस्टर डोज के बारे में कोई नीतिगत निर्णय नहीं था। कोविन पोर्टल पर स्पूतनिक-वी के लिए बूस्टर डोज को लेकर कोई विकल्प नहीं दिखाई देता है। इस कारण पिछले साल जुलाई में स्पूतनिक-वी टीके की दूसरी खुराक ले चुके लोग बूस्टर खुराक नहीं लगवा पा रहे थे। इस वैक्सीन की दोनों डोज को 21 से 30 दिन के अंतर से लगवाया जा सकता है। देश में करीब 6 लाख लोगों ने यह वैक्सीन लगवाई है।