भोपाल में प्रशासन ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी तेज कर दी है। सरकार अलर्ट पर है। जिलों में अस्पतालों में सारी तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं। अनुमान है कि तीसरी लहर में बच्चों को ज्यादा खतरा हो सकता है। ऐसे में शहर के अस्पतालों में बच्चों के लिहाज से सारी व्यवस्थाएं हैं या नहीं आइए जानें।
जेपी में 18 बेड का पीडियाट्रिक ICU तैयार
जेपी अस्पताल में 18 बेड का पीडियाट्रिक आईसीसीयू तैयार हो गया है। 10 बेड का नियो नेटल एचडीयू और सांसद-विधायक निधि से 6 बेड का एचडीयू तैयार हो गया है। यहां पर रिमोर्ट से चलने वाले ऑटोमेटिक ऊपर-नीचे होने वाले वेंटिलेटर लगाए गए है। सेंट्रल ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम और मॉनीटर लगे है। आग से सुरक्षा के लिए स्मोक अलार्म और फॉयर एस्टिग्यूशर लगाए गए है।
हमीदिया में तैयारी है अधूरी
हमीदिया अस्पताल की बात करें तो यहां प्रबंधन के मुताबिक सारी तैयारियां पूरी हैं लेकिन हकीकत कुछ और ही है। यहां 3 महीने बाद भी 80 बिस्तर कर पीडियाट्रिक वार्ड तैयार नहीं हो पाया है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका को देखते हुए पीडियाट्रिक वार्ड बनाने का निर्णय लिया गया था। इसमें 30 आईसीयू और 50 ऑक्सीजन बेड का वार्ड बनना था। अभी बिल्डिंग में एक वार्ड में बेड रख दिए गए हैं, लेकिन अभी ना तो उपकरण रखे हैं और ना ही कोई तैयारी है। हमीदिया अस्पताल के डीन डॉ. अरविंद राय ने कहा कि बच्चों का आईसीयू नवीन ब्लॉक में तैयार है। कोरोना की तीसरी लहर जैसी स्थिति आने पर उसे तुरंत क्रियाशील किया जाएगा।
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