RAJNANDGAON : 'शा झू पान' मामले का खुलासा, करोड़ों की क्रिप्टो करंसी फ्रीज करके की थी ठगी

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The Sootr CG
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RAJNANDGAON : 'शा झू पान' मामले का खुलासा, करोड़ों की क्रिप्टो करंसी फ्रीज करके की थी ठगी

याज्ञवलक्य मिश्रा, RAJNANDGAON. 3 महीने के अंदर राजनांदगांव पुलिस (Rajnandgaon Police) ने प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी 'शा झू पान' (चीनी में अर्थ-रोमांटिक घोटाला) मामले को सुलझा दिया है। पीड़ित के साथ सोशल नेटवर्क साइट पर दोस्ती कर धोखाधड़ी की गई थी।



सोशल नेटवर्क साइट पर दोस्ती कर की धोखाधड़ी



संदिग्ध 'एना-ली' ने एक सोशल नेटवर्क साइट पर पीड़ित डॉ. अभिषेक पाल(Dr. Abhishek Pal) से दोस्ती की और फिर पीड़ित को विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म मेटाट्रेडर-5 में निवेश करने के लिए एक ब्रोकर ऑर्डे कैपिटल मैनेजमेंट लिमिटेड जो कि लंदन में पंजीकृत एक शेल कंपनी है और क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर करने के लिए एक्सचेंज बायनेंस से एक फर्जी वेबसाइट insafx.com के माध्यम से बायनेंस से क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर कर धोखा दिया। 



आरोपी ने खाते को फ्रीज कर ठगे रुपए



पीड़ित ने मेटाट्रेडर-5 में 35 हजार अमरीकी डॉलर की राशि 31 लाख रुपए का निवेश किया था। उसका पोर्टफोलियो बढ़कर 1 लाख 7 हजार 825 अमरीकी डॉलर हो गया था। बाद में जब पीड़ित ने अपने रुपए निकालने की कोशिश की तो संदिग्ध ने पीड़ित के खाते को फ्रीज कर दिया और उससे 1 लाख 7 हजार 825 अमरीकी डॉलर की ठगी की।



इंस्टाग्राम स्टार स्टेफनी तेह की तस्वीरों का इस्तेमाल करके बनाया नकली खाता



विवेचना के दौरान ये पता चला कि संदिग्ध 'एना-ली' ने पीड़ितों को धोखा देने के लिए ताइवान के ताइपे नामक जगह की एक इंस्टाग्राम स्टार स्टेफनी तेह की तस्वीरों का उपयोग करके एक नकली खाता बनाया था। फिर क्रिप्टोकरेंसी के प्रवाह का विश्लेषण करने के लिए एक क्रिप्टोकरेंसी ट्रेल का मैप तैयार किया गया और सैकड़ों वॉलेट पते और हजारों लेनदेन का विश्लेषण करने के बाद तीन वॉलेट पते वापस बायनेंस से जुड़े हुए पाए गए। उपयोगकर्ता खाते लियू कियांग, विंग सैन त्से और गुओ पैन के नाम से पंजीकृत हैं जो सभी चीनी राष्ट्रीयता के हैं। अनुसंधान अधिकारी के अनुरोध पर तीनों उपयोगकर्ता के खाते जिसमें 4 करोड़ रुपए हैं उसे फ्रीज कर दिया गया है और पुलिस जब्त करने की प्रक्रिया में है। ये संभव है कि कई भारतीय हैं जो 'शू झू पान' स्कैम के शिकार हो सकते हैं। Honi Global और OKX.com जैसे अन्य क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों ने सूचना शेयर करने में कानून प्रवर्तन अनुरोधों के साथ सहयोग नहीं किया, जो इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए अधिक विनियमन की आवश्यकता को दर्शाता है।



क्या है'शा झू पान' घोटाला ?



शा झू पान घोटाला एक प्रकार का घोटाला है जो आमतौर पर दक्षिण-पूर्व एशिया में उत्पन्न होता है जो अक्सर चीन से होता है। उक्त ठगी की मुख्य विशेषता ये है कि संदिग्ध पीड़ित को धोखा देने के लिए पीड़ित के साथ धीरे-धीरे दोस्ती का संबंध बनाता है। CipherBlade के अनुसार, ये बड़े कॉरपोरेट हैं, जो कॉरपोरेट जैसी संरचना में चलते हैं, अक्सर इनके अपने कार्यालय होते हैं जिनमें कई कर्मचारी और अधिकारी संगठित रूप से कार्य करते हैं। कोई व्यक्ति विशेष अकेले इसे नहीं चलाते हैं। इस संगठित अपराध के पैमाने का हवाला देने के लिए जांच में पाया गया कि 2 हजार से ज्यादा शेल कंपनियां लंदन में उसी पते पर पंजीकृत हैं, जहां ब्रोकर पंजीकृत था और सभी कंपनियों के डायरेक्टर चीन के निवासी हैं। 



स्कैमर्स हर साल अरबों डॉलर की करते हैं ठगी



CipherBlade के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड में लगभग 40 केस 'शू झू पान' घोटाले से संबंधित हैं। Global Anti Scam Organization के अनुसार, 'शू झू पान' स्कैमर्स दुनिया भर में पीड़ितों से हर साल अरबों डॉलर की ठगी करते हैं और इस प्रकार का संगठित अपराध सिंडिकेट मानव तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग में भी शामिल है। 2021 में FBI ने केवल अमेरिका में इस तरह के घोटालों से 1 बिलियन अमरीकी डॉलर के नुकसान की सूचना दी है। हालांकि ये आंकड़े निचले स्तर पर हैं क्योंकि ऐसे कई अपराध दर्ज ही नहीं होते हैं।



राजनांदगांव पुलिस ने की अपील



राजनांदगांव पुलिस ने लोगों से अपील की है कि इंटरनेट पर मिले किसी व्यक्ति के अनुरोध पर ऐसे किसी भी घोटाले में निवेश न करें। इतना बड़ा मुनाफा देने वाली कोई स्कीम जो 'टू गुड टु बी ट्रू' होता है, ज्यादातर घोटाले होते हैं। क्रिप्टोकरेंसी स्वयं अस्थिर और जोखिम भरी संपत्ति है। निवेश करने से पहले उचित शोध कर लेने से व्यक्ति ऐसे घोटालों के जाल में फंसने से बच सकता है।


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