भोपाल. मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में बैंकों में गोल्ड लोन (Gold Loan) में बड़ा घोटाला सामने आया। नकली सोना रखकर दो करोड़ से ज्यादा का लोन लिया गया। यह सिर्फ भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की तीन ब्रांचों का मामला है। SBI के मुख्य शाखा प्रबंधक (Main Branch Manager) हरीश विजयवर्गीय ने सभी बैंकों में ऐसे घोटाले की बात कही है। मैनेजर कह रहे हैं- पूरे सिस्टम के प्रोसीजर में कहीं न कहीं कमियां तो हैं, मैं इसे स्वीकार कर रहा हूं। प्रोसीजर में हमने कहीं न कहीं ढिलाई बरती। गड़बड़ी करने वालों ने उसी कमजोरी का फायदा उठाया। इसमें हमारे लोग भी जिम्मेदार हैं। कोई अज्जू है सुनार का दोस्त। उसने अज्जू से कहा- मुझे कुछ पैसे की जरूरत है। मेरे पास लोन बुक नहीं है। तू अपनी लोन बुक दे दे, मैं गोल्ड रखकर लोन ले लेता हूं। कहीं से सोने का अरेजमेंट कर उसने अज्जू के नाम से 10 लाख का लोन ले लिया।अब सब कुछ तो अज्जू के नाम से हुआ, भले ही उसमें तीन लोग और हों, पर अज्जू अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकता। उसने फर्जी सोना जमाकर अपने पहचानने वालों के नाम से लोन ले लिया। यह सुनार हमारी ही नहीं, शहर के अन्य बैंकों में भी सोना परखने का काम करता है। जांच होगी तो यह बहुत बड़ा घोटाला निकलेगा। पूरे मामले में बैंक वैल्युअर मुकेश सोनी की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। मामला सामने आने के बाद से बैंक वैल्युअर ब्रांच मैनेजर्स का फोन नहीं उठा रहा। वह गायब बताया जा रहा है।
तीन बैंक ब्रांच में धोखाधड़ी
3 बैंक शाखाओं से करीब दो करोड़ से ज्यादा का नकली सोना गोल्ड लोन के नाम पर असली बनाकर रख दिया। इस मामले में कई बैंक एम्प्लॉइज और अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है। SI रविता चौधरी का कहना है कि एक कस्टमर ने शिकायती आवेदन दिया है।
वैल्यूअर और बैंक स्टाफ की मिलीभगत?
मामले में बैंक वैल्युअर मुकेश सोनी और बैंक स्टाफ ने मिलकर नकली सोने को असली बनाकर बैंक से लोन लिया। अब जब मामले का खुलासा हुआ तो गोल्ड लोन लेने वाले ग्राहक बैंक पहुंच रहे हैं और अपना असली सोना मांग रहे हैं। ग्राहकों द्वारा बैंक में गोल्ड लोन की रकम जमा करने के बाद जब उन्हें बैंक सोना लौटा रहा है तो लोग उसे नकली बता रहे हैं और बैंक पर ही सवाल उठा रहे हैं।
मामले में बैंक प्रबंधन भी सवालों के घेरे में है। बैंक में पांच लाख रुपए से ज्यादा के गोल्ड लोन पर दो वैल्युअर सोने का मूल्यांकन करते हैं, लेकिन यहां बैंक प्रबंधन ने एक वैल्यूअर से ही सोने का वैल्युएशन करवा लिया। अब बैंक प्रबंधन के पास भी इन बातों का कोई जवाब नहीं है।
कस्टमर में खलबली
मामला सामने आने के बाद गोल्ड लोन लेने वाले ग्राहक बैंक में पहुंच रहे हैं। एक कस्टमर विजय राठौर ने बताया मेरा 266 ग्राम सोना बैंक में रखा हुआ था, जिसकी ब्याज समेत रकम 7 लाख 40 हजार रुपए जमा कर चुका हूं, लेकिन अब मुझे मेरा सोना नहीं दिया जा रहा। बैंक मुझे जो सोना लौटा रहा है, वह नकली है।
एक अन्य कस्टमर नवीन सिंह ने बैंक में सोना रखकर 16 लाख का लोन लिया था। बैंक ने नवीन को फोन करके बुलाया और कहा कि तुम्हारा सोना नकली है। अब नवीन बैंक पर ही सवाल उठा रहे हैं। बैंक का वैल्यूअर था, उसने सोने का वैरिफिकेशन किया तो अब सोना नकली कैसे हो गया।