मनोज चौबे, ग्वालियर. शहर की क्राइम ब्रांच और साइबर सेल पुलिस ने 2 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी शादी के ऐड के जरिए युवतियों को ठगने के गोरखधंधे में जुटे हुए थे। बीते दिनों मुरार की रहने वाली संजीता माथुर ने एसपी से मिलकर एक आवेदन दिया था। इसमें उन्होंने कहा था कि फर्जी मेट्रोमोनियल साइट shaadi.com के जरिए किसी व्यक्ति ने उससे करीब डेढ़ लाख रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी की।
ऐसे सुराग मिला: ठगी से मिली राशि बदमाशों ने पूर्वोत्तर राज्यों के किसी अकाउंट में ट्रांसफर करवाई थी। इस गिरोह को पकड़ने के लिए पुलिस ने जाल बिछाया। जांच में आए तथ्यों और तकनीकी सबूतों से पता चला कि ठगी को अंजाम देने वाले लोग दिल्ली से जुड़े हुए हैं। इस सूचना पर एडिशनल एसपी क्राइम के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई, जिसमें क्राइम ब्रांच और साइबर सेल के अधिकारी कर्मचारी शामिल थे।
ऐसे ठगते से पैसा: युवती ने बताया था कि मेट्रोमोनियल साइट शादीडॉटकॉम पर आदिश जी नाम की आईडी द्वारा वॉट्सऐप पर रिक्वेस्ट भेजकर उसे पार्सल भेजने की बात कही गई थी। पार्सल के संबंध में दिल्ली कस्टम ऑफिसर के नाम से एक फोन कॉल आया। इसमें पार्सल की कस्टम फीस के रूप में 37,000 रुपए की मांग की गई।
कुछ समय बाद ठगी युवती के पास दोबारा फोन आया। इसमें बताया गया कि आपके पार्सल में डॉलर हैं, जिनकी कस्टम ड्यूटी ज्यादा है, इसलिए आपको ज्यादा रुपए ट्रांसफर करना होंगे। तभी इस पार्सल को डिस्पैच किया जा सकेगा। इसके बाद फिर से कथित कस्टम ऑफिसर द्वारा बताए गए अकाउंट में रुपए जमा कर दिए गए। धीरे-धीरे ये रकम 1 लाख 45 हजार रुपए तक पहुंच गई। बाद में ऐसी युवती को ठगे जाने का एहसास हुआ। तब उसने एसपी से मुलाकात की।
दो नाइजीरियन दबोचे गए: 11 मार्च को साइबर क्राइम ब्रांच और पुलिस की एक टीम दिल्ली गई। यहां द्वारका के मोहन गार्डन इलाके के एक फ्लैट से दो नाइजीरियन युवकों को धर दबोचा गया। ये लोग लंबे वक्त से मेट्रोमोनियल साइट के जरिए युवतियों को ठगने को अंजाम दे रहे थे। इनके पास से काफी संख्या में मोबाइल लैपटॉप और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इसके अलावा 10 इंटरनेशनल सिम और एक इंडियन सिम भी बरामद की गई है। एक नाइजीरियाई नागरिक दिल्ली में अफ्रीकन फ्रूट सेंटर पर काम करता है और 2018 में हिमाचल प्रदेश के मोहाली में नारकोटिक्स एक्ट के तहत गिरफ्तार हो चुका है।