सुनील शर्मा, Bhind. अब तक आपने एटीएम बदलकर या एटीएम क्लोन और मशीन के जरिए ठगी के कई मामले सुने होंगे लेकिन भिंड जिले में एक या दो नहीं बल्कि अलग-अलग बैंक की 15 एटीएम मशीनों से करोड़ों गायब होने का खुलासा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
ATM में पैसा डालने वाली कंपनी के 2 कर्मचारियों ने की ठगी
भिंड में एटीएम मशीनों में पैसा लोड करने वाली CMS इंफो सिस्टम लिमिटेड कम्पनी के दो कर्मचारियों ने मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया है। इसका खुलासा एटीएम ऑडिट के जरिए हुआ। जानकारी के मुताबिक इस घपले को बड़ी ही चालाकी के साथ अंजाम दिया गया। दरअसल सीएमएस इंफो लिमिटेड ग्वालियर की कम्पनी भिंड जिले में एसबीआई, पीएनबी, ऐक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंकों के ATM मशीनों में पैसा डालने का काम करती है। भिंड के रूट नम्बर एक पर इन बैंक के 18 एटीएम बूथ हैं इनके पैसा डालने की जिम्मेदारी कम्पनी के कस्टोडियन आशीष जादौन और सतेंद्र चौहान समेत तीन कर्मचारियों को सौंपी गई थी।
ATM मशीन के लूप होल का फायदा उठाया
कर्मचारी ये बात जान चुके थे कि मशीन में रखे गए कैश की काउंटिंग मशीन खुद से नहीं कर सकती है, उसमें कर्मचारी द्वारा ही मैन्यूअल एंट्री फीड की जाती है। ऐसे में कस्टोडियन सतेंद्र और आशीष ने इस बात का फायदा उठाते हुए एटीएम मशीनों में रकम भरने के बाद भरी गई राशि मैन्युअली दर्ज की जाती है। बस इसी लूप होल का फायदा उठाकर आरोपियों ने कम रकम एटीएम में लोड करना शुरू कर दी। आरोपियों ने दो महीने में करीब एक करोड़ 22 लाख रुपए का गबन कर दिया।
कंपनी के ऑडिट में हुआ खुलासा
जब कम्पनी की पॉलिसी के अनुसार 24-28 जनवरी के बीच ऑडिट कराया गया तो 18 में से 15 मशीनों में कैश कम पाया गया। सख्त पूछताछ करने पर आशीष और सतेंद्र ने घोटाला करना स्वीकार कर लिया, कम्पनी ने जब दोनों को जेल कराने की धमकी दी तो गबन किए गए रुपए की रिकवरी के लिए दोनों आरोपियों ने समय मांगा। उन्होंने फरवरी अंत तक दोनों ने करीब 10 लाख रुपए लौटा भी दिए। लेकिन इसके बाद दोनों आरोपियों ने पैसा वापस नहीं किया तो कम्पनी द्वारा मामले की शिकायत पुलिस में की गई।
1 करोड़ नहीं लौटाए, दोनों आरोपी गिरफ्तार
भिंड पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि इस संबंध में उन्हें जनवरी में भी सूचित किया गया था। लेकिन बाद में दोनों पार्टियों के बीच कुछ बात हुई होगी तो इस पर एफआईआर नहीं दर्ज कराई गई थी। हाल ही में मामले में दोबारा शिकायत मिलने के बाद एफआईआर कराई गई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने अब तक 1 करोड़ से ज्यादा की राशि नहीं लौटाई है।