NEW DELHI. दिल्ली कंझावला केस में छठे आरोपी आशुतोष को 6 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि आशुतोष की ही बलेनो कार है, जिससे अंजलि सिंह का एक्सीडेंट हुआ था और उसे 12 किमी तक घसीटा गया। आशुतोष ने अमित को गाड़ी दी थी, लेकिन वह यह बात पुलिस से छिपा रहा था। हालांकि, हादसे के वक्त आशुतोष कार में मौजूद नहीं था। 5 जनवरी को ही पुलिस ने बताया था कि मामले में दो और आरोपी हैं, आशुतोष और अंकुर खन्ना। 5 आरोपी पहले से ही पुलिस हिरासत में हैं।
31 दिसंबर की देर रात हुआ था अंजलि का एक्सीडेंट
अंजलि का शव 1 जनवरी को सुबह करीब 4 बजे दिल्ली के कंझावला इलाके में सड़क पर नग्न हालत में मिला था। इससे थोड़ी दूर पर पुलिस ने अंजलि की दुर्घटनाग्रस्त स्कूटी बरामद की हुई थी। पुलिस ने बताया था कि अंजलि का कार से एक्सीडेंट हुआ था। उसका पैर कार के अगले पहिए में फंस गया था और वह 12 किमी तक दिल्ली की सड़कों पर घिसटती रही थी। इससे अंजलि की मौत हो गई थी।
इस मामले में पुलिस ने पहले 5 आरोपियों (मनोज मित्तल, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण और मिथुन) को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने बलेनो कार को भी बरामद किया था, जिससे एक्सीडेंट हुआ था। पुलिस ने 5 जनवरी को ये भी बताया था कि कार दीपक नहीं अमित चला रहा था। पुलिस के अनुसार, अमित के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। अंकुश खन्ना ने ही दीपक से कहा था कि वह पुलिस के सामने कहे कि वही (दीपक) कार चला रहा था।
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- 1 जनवरी- पुलिस को सुल्तानपुरी में अंजलि का शव मिला। पुलिस ने एक्सीडेंट की धाराओं में केस दर्ज किया और 5 आरोपी गिरफ्तार किए। पुलिस ने कहा कि आरोपियों को पता नहीं था कि उनके कार में शव फंसा है।