NEW DELHI. यहां के महरौली इलाके में हुए श्रद्धा मर्डर केस में पुलिस को सबूतों की तलाश है। इसी कड़ी में आज यानी 24 अक्टूबर को आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया जाना है। 23 नवंबर को आफताब की तबीयत ठीक ना होने से टेस्ट टाल दिया गया था। दिल्ली पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती घटना से संबंधित सबूत जुटाने की है। आफताब से कस्टडी में 11 दिन तक पूछताछ के बाद भी अभी भी बड़े सबूत पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं, जिसे कोर्ट में पेश करके केस को पुख्ता किया जा सके।
किसी भी केस में आरोपी को जेल भेजने से पहले 14 दिन तक की कस्टडी में लिया जा सकता है, इससे ज्यादा समय नहीं दिया जा सकता। दिल्ली पुलिस पहले ही आफताब की 5-5 दिन की दो बार रिमांड ले चुकी है। 22 नवंबर को चार दिन की और रिमांड बढ़ा दी गई थी। अब तक कुल 11 दिन की पूछताछ हो चुकी है, पुलिस के पास आफताब की कस्टडी के सिर्फ 3 दिन बचे हैं।
गलत जवाब दिया तो पकड़ा जाएगा
दिल्ली पुलिस ने सबूत जुटाने के लिए कोर्ट से आरोपी आफताब का पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट की परमिशन ली है। पॉलीग्राफ टेस्ट का पहला चरण हो चुका है, जिसमें आफताब से केस से जुड़े 15 से 18 सवाल पूछे गए थे। अब रोहिणी स्थिति फोरेंसिक लैब में उन सवालों को पूछा जाएगा, जिनके आफताब ने अब तक ठीक से जवाब नहीं दिए। पॉलीग्राफ टेस्ट से जुड़े एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर वह सवालों के गलत जवाब देगा तो मशीन उसका झूठ पकड़ लेगी। उसके बाद काउंटर सवाल पूछे जाएंगे।
अब तक ना श्रद्धा का फोन मिला, ना कपड़े
श्रद्धा की हत्या में शामिल आरी समेत हथियार बरामद नहीं हो सके हैं। बॉडी के कुछ पार्ट्स नहीं मिले हैं। इनमें सिर का हिस्सा शामिल है। अभी सिर्फ कुछ हड्डियां और जबड़े का हिस्सा मिला है। वारदात में शामिल कपड़े नहीं मिले, श्रद्धा का फोन भी नहीं मिला है। कानूनी जानकारों का कहना है कि सामान बरामद होने के बाद ही आफताब पर सख्ती से कानूनी शिकंजा कस सकेगा और सबूत सजा दिलवाने में मददगार साबित हो पाएंगे।
आरोपी आफताब का नार्को टेस्ट भी हो सकता है
इन तीनों सेशन में अगर पुलिस को सफलता मिलती है तो फिर नार्को टेस्ट की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर पुलिस को कई सवालों के जवाब नहीं मिलते और आफताब झूठ बोलता है तो फिर नार्को टेस्ट की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। फिलहाल नार्को टेस्ट की तारीख तय नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने नार्को टेस्ट की तैयारी कर रखी है। इसके लिए एक सरकारी अस्पताल में पत्र भेजा है। दरअसल, नार्को टेस्ट में बेहोशी के बाद सवालों के जवाब तलाशे जाते हैं। ऐसे में डॉक्टर्स का होना जरूरी होता है।
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श्रद्धा मर्डर केस में अब तक क्या बरामद?
पुलिस ने आफताब का फोन बरामद किया है। अगर इसका डेटा निकालने में कामयाबी मिली तो पुलिस को बड़ी लीड मिल सकती है। हथियार अब तक हाथ नहीं लगे हैं, लेकिन जिस दुकान से खरीदे गए, उसका पता लग गया है। उन बिल का भी पता लग गया है। बिलों पर श्रद्धा का नंबर लिखा है। आफताब ने फ्रिज भी श्रद्धा के नाम पर खरीदा था। बाथरूम की टाइल्स में खून के निशान मिले हैं। मैदानगढ़ी के तालाब से तीन हड्डियां बरामद हुई हैं. जबड़ा भी मिला है, जिनका डीएनए टेस्ट कराया जाएगा.
आफताब को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था
आरोपी आफताब को दिल्ली पुलिस ने 12 नवंबर को गिरफ्तार किया था। उस पर आरोप है कि उसने दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके में किराए के फ्लैट में श्रद्धा की हत्या की है। पुलिस का दावा है कि आफताब ने श्रद्धा के शव के कई टुकड़े किए और घर में 300 लीटर के फ्रिज में करीब तीन हफ्ते तक रखे। बाद में उन्हें अलग-अलग हिस्सों में कई दिनों तक फेंकता रहा. इस केस की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की 14 टीमें बनाई गई हैं, जो केस से जुड़े सबूतों को इकट्ठा करने में दिन-रात ऑपरेशन चला रही हैं।