BHIND. टीवी सीरियल और फिल्मी स्टोरी की तर्ज पर एक पत्नी ने साजिश रच कर अपने पति को मौत के घाट उतार दिया। इस संगीन वारदात में साथ दिया उसके प्रेमी ने, लेकिन गुमशुदगी की जांच शुरू हुई तो हकीकत छुप न सकी और सामने आई एक खौफनाक कहानी। भिंड पुलिस ने पति की हत्या के आरोप में पत्नी, प्रेमी और अन्य लोगों को गिरफ्तार कर जेल पहुंचा दिया है। पत्नी ने पति को रास्ते से हटाने के लिए खूनी साजिश की थी। हत्या के बाद प्रेमी ने शव को जलाकर अवशेषों को चंबल नदी में बहा दिया। पुलिस ने पत्नी और प्रेमी समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
पति, पत्नी और वो
रघुवीर सिंह भदौरिया ने बीती 10 फरवरी को गोहद चौराहा पुलिस थाने में अपने बेटे करन के अचानक गायब होने की सूचना दी थी। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर मामले में जांच शुरू की। पड़ताल के दौरान पुलिस को पता चला कि करन की पत्नी का शादी से पहले अनुराग चौहान के साथ अफेयर था। उसके हाथ पर ब्लेड से अंग्रेजी का 'A' भी बना हुआ था। इस बात को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद भी होता रहता था। शादी से पहले रेखा तोमर का भिंड के चतुर्वेदी नगर इलाके में रहने वाले अनुराग चौहान से प्रेम प्रसंग चल रहा था। उसने अपने हाथ पर ब्लेड से अनुराग नाम का पहला अक्षर A लिख रखा था। उसकी वजह से रेखा तोमर और मोनू भदौरिया में अक्सर झगड़ा होता था।
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पहले प्यार को पाने के लिए पत्नी ने रची खूनी साजिश
रेखा तोमर पहले प्यार को हासिल करना चाहती थी। इसलिए उसने झगड़े को हमेशा-हमेशा के लिए समाप्त करने का फैसला किया और प्रेमी अनुराग चौहान के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रच डाली। रेखा तोमर ने अनुराग चौहान को सूचना दी कि पति मोनू भदौरिया 9 फरवरी को अंडमान एक्सप्रेस ट्रेन से ग्वालियर आ रहा है। सूचना पर मुख्य आरोपी अनुराग चौहान साथियों के साथ ग्वालियर स्टेशन पहुंचा और ट्रेन से उतरे मोनू के साथ भिंड आ रही बस में बैठ गया। योजना के तहत प्रेमी ने पति से दोस्ती की। उसने मोनू भदौरिया को बताया कि उसके दोस्त लेने के लिए कार से आ रहे हैं।
प्रेमी के साथ मिलकर बनाई रास्ते से हटाने की योजना
अनुराग चौहान ने मोनू भदौरिया को कार से भिंड छोड़ने की पेशकश की। कार में बिठाने के बाद अनुराग चौहान ने मोनू भदौरिया की गला घोंटकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद शव को जलाकर अवशेष चंबल नदी में बहा दिया। भिंड पुलिस ने पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 9 फरवरी को हुए अंधे कत्ल का खुलासा कर दिया। पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि 9 फरवरी को अंडमान एक्सप्रेस से घर आ रहे मोनू भदौरिया के नहीं पहुंचने पर परिजनों ने गोहद थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
हत्या के बाद शव को जलाकर अवशेष चंबल में बहाया
पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू की। जांच के क्रम में मोनू भदौरिया का मोबाइल लोकेशन ट्रेस किया गया। शक होने पर पत्नी रेखा तोमर से पूछताछ की गई। पूछताछ में रेखा तोमर टूट गई और उसने सारा घटनाक्रम पुलिस को बता दिया। पुलिस ने आरोपी अनुराग चौहान, पत्नी रेखा तोमर, करन तोमर, किसन चौहान, शैलेन्द्र बघेल और अन्य को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की निशानदेही पर मौके से मृतक मोनू भदौरिया की अधजली हड्डियां और कपड़े बरामद कर सभी को जेल भेज दिया गया। एक अन्य आरोपी नीतेश बुधौलिया की तलाश जारी है।