New Delhi. भाजपा के बड़े आरोपों के बाद तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में स्वीकार कर लिया है कि उन्होंने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से लोकसभा वेबसाइट का अपना लॉगइन आईडी और पासवर्ड साझा किया था। उन्होंने इसकी वजह भी बताई है। महुआ ने कहा है कि आईडी-पासवर्ड इसलिए दिया था कि कारोबारी उनकी तरफ से सवाल कर सकें। साथ ही महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार (27 अक्टूबर) को कहा, उन्हें हीरानंदानी समूह के सीईओ दर्शन हीरानंदानी से उपहार के रूप में केवल "एक स्कार्फ, कुछ लिपस्टिक और आईशैडो सहित अन्य मेकअप सामान" मिला था, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने उन्हें इसका इस्तेमाल करने दिया था।
हीरानंदानी से रिश्वत लेने के आरोपों का खंडन किया
संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे लेने से जुड़े आरोपों पर एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में महुआ मोइत्रा ने हीरानंदानी से रिश्वत लेने के आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने मांग की है कि हीरानंदानी से जिरह करने का मौका दिया जाए।
बोलीं- इसलिए दिया था लॉगइन आईडी और पासवर्ड
महुआ ने अपना बचाव करते हुए कहा, मैंने दूसरों के साथ भी अपना लॉगइनआईडी और पासवर्ड साझा किया है, क्योंकि मैं रिमोट एरिया में काम करती हूं, इसलिए काफी व्यस्त रहती हूं, लेकिन सवाल टाइप करने के बाद हर बार मुझे भेजे जाते हैं। मैं सवालों को पढ़ती हूं। इन सवालों को टाइप करने के बाद मेरे मोबाइल पर एक ओटीपी आता है। मैं यह ओटीपी उन्हें देती हूं, तब कहीं जाकर सवाल दर्ज होता है।
महुआ का दावा : हलफनामे में मुझे 2 करोड़ रुपये देने का जिक्र नहीं
महुआ ने कहा, "मैं दर्शन हीरानंदानी से आग्रह करूंगी कि वह तुरंत आएं और बताएं कि क्या उन्होंने मुझे कुछ और दिया है...? कोई भी किसी पर भी आरोप लगा सकता है, लेकिन उन आरोपों को साबित करने की जिम्मेदारी हमेशा शिकायतकर्ता की होती है। हलफनामे में मुझे 2 करोड़ रुपये नकद दिए जाने का कोई उल्लेख नहीं मिला है। यदि नकद पैसा दिया जा रहा है तो कृपया तारीख बताएं और सभी सबूत सामने रखें।
गिफ्ट लिए क्योंकि मैं दर्शन को करीबी दोस्त मानती थीं...
महुआ मोइत्रा ने कहा, उन्होंने दर्शन हीरानंदानी से चीजें लीं, क्योंकि उन्हें वह अपना करीबी दोस्त मानती थीं। हीरानंदानी ने उन्हें उनके जन्मदिन के तोहफे के रूप में स्कार्फ, लिपस्टिक और मेकअप का सामान दिया था। उन्होंने बताया कि उनके लिए मेकअप प्रोडक्ट्स दुबई के ड्यूटी-फ्री स्टोर से लाए गए थे। महुआ यह भी कहा कि उन्होंने अपने घर के इंटीरियर को बदलने के लिए हीरानंदानी से सलाह ली थी और उन्होंने उन्हें नए प्लान और ड्राइंग दिए थे, लेकिन इसका खर्च सीपीडब्ल्यूडी द्वारा किया गया था, जो सरकार के अंतर्गत आता है।
हीरानंदानी की कार का इस्तेमाल करती थीं महुआ, बताई वजह
महुआ ने हीरानंदानी द्वारा भेजे गए डिजाइनों की तस्वीरें दिखाते हुए कहा, जब मुझे मेरा निजी बंगला आवंटित किया गया था तो वह काफी बुरी अवस्था में था। मैंने दर्शन से पूछा कि क्या वह अपने किसी आर्किटेक्ट को बुला सकता है, जो बता सके कि दरवाजे कैसे फिर से डिजाइन किए जा सकते हैं ताकि घर में रोशनी आ सके?" महुआ ने कहा, बंगले के कमरे और रसोई के लिए लेआउट हीरानंदानी के आर्किटेक्ट ने उन्हें दिया था। उन्होंने कहा, डिजाइन केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) को सौंपे गए थे और दावा किया कि उनके बंगले का नवीनीकरण सरकारी निकाय द्वारा किया गया था। यह भी कहा, जब भी वह मुंबई में होती थीं, तो हीरानंदानी की कार का इस्तेमाल करती थीं, क्योंकि वह उनके दोस्त थे।
निशिकांत दुबे ने किया महुआ के दावे का खंडन
महुआ मोइत्रा ने दावा किया कि सरकारी और संसदीय वेबसाइटों को संचालित करने वाले एनआईसी के पास कोई नियम नहीं हैं, हालांकि, इसका खंडन करते हुए भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एनआईसी द्वारा निर्दिष्ट नियम और एक फॉर्म पोस्ट किया, जिसे भरना प्रत्येक सांसद के लिए बाध्य है। इनमें क्रेडेंशियल्स को निजी और गोपनीय रखने और किसी भी वैकल्पिक उपयोगकर्ता के बारे में एनआईसी को सूचित करने के निर्देश शामिल हैं, क्योंकि किसी भी उल्लंघन से देश की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो सकते हैं।