New Delhi. भारत प्रगति के पथ पर अग्रसर है। दिन-प्रतिदिन भारत नए आयाम गढ़ रह है। अब मोदी सरकार अमृत भारत योजना के तहत देशभर में 1309 स्टेशनों का आधुनिकीकरण करने जा रही है। योजना के पहले चरण में 508 स्टेशनों को शामिल किया गया है, जिन पर 24,470 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें मप्र के 80 स्टेशनों को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार (6 अगस्त) को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के मध्यम से प्रथम चरण में शामिल रेलवे स्टेशनों के नवीनीकरण कार्य की आधारशिला रखेंगे। इस दौरान वह 508 स्टेशनों के यात्रियों को वर्चुअली संबोधित करेंगे।
भोपाल का रानी कमलापति रेलवे स्टेशन अपग्रेड हो चुका
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी के अनुसार, अगले 30 वर्षों की जरूरतों यानी वर्ष 2053 को ध्यान में रखकर स्टेशनों के पुनर्विकास का काम किया जाना है। इस योजना के तहत रेलवे स्टेशनों को 'सिटी सेंटर' के रूप में विकसित किया जाएगा। इस योजना के तहत मध्य प्रदेश के भोपाल का रानी कमलापति, गुजरात में गांधीनगर और कर्नाटक में सर एम विश्वेश्वरैया रेलवे स्टेशन को अपग्रेड किया जा चुका है।
इमारतों की डिजाइन स्थानीय संस्कृति और वास्तुकला से होंगी प्रेरित
इनकी इमारतों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा। दिव्यांगों, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों को ध्यान में रखते हुए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। योजना में जिला मुख्यालय के उन छोटे स्टेशनों को भी शामिल किया गया है, जहां यात्रियों की संख्या अधिक है, लेकिन वे आधुनिकीकरण में पिछड़ गए। एजेंसियों को छह से आठ महीने में काम पूरा करना होगा।
रेलवे की पहल : 15 अगस्त तक डिजाइन को लेकर जनता दे सकती है सुझाव
मध्य रेलवे के महाप्रबंधक नरेश लालवानी के मुताबिक, स्टेशनों को नया स्वरूप देते समय स्थानीय लोगों के सुझावों को शामिल करने की योजना है। इसके लिए 15 अगस्त तक सभी से सुझाव देने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि मध्य रेलवे के 76 रेलवे स्टेशनों को इस योजना में शामिल किया गया है। रविवार को 38 स्टेशनों की आधारशिला रखी जाएगी।
योजना में कौन से प्रदेश के कितने स्टेशन
अमृत भारत योजना में मध्य प्रदेश के 80, आंध्र प्रदेश के 72, अरुणाचल प्रदेश का एक, असम के 50, बिहार के 92, छत्तीसगढ़ के 32, दिल्ली के 13, गोवा के तीन, गुजरात के 87, हिमाचल प्रदेश से चार, झारखंड के 57, कर्नाटक के 56, केरल के 35, महाराष्ट्र के 126, सिक्किम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम व नगालैंड के एक-एक, ओड़िसा के 57, पंजाब के 30, राजस्थान के 83, तमिलनाडु के 75, तेलंगाना के 40, त्रिपुरा के चार, यूटी आफ चंडीगढ़-एक, यूटी आफ जम्मू एंड कश्मीर-चार, यूटी आफ पुडुचेरी-तीन, उत्तर प्रदेश के 156, उत्तराखंड के 11 और बंगाल से 98, हरियाणा के 40 स्टेशन शामिल किए गए हैं।
ये होंगी छह विशेषताएं और सुविधाएं
1- नया स्टेशन भवन वास्तु को ध्यान में रखकर आधुनिक और आकर्षक डिजाइन वाला होगा।
2- स्वच्छ भारत मिशन को ध्यान में रखकर माड्यूलर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शुरू करेगा, जो सीवेज उपचार और स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करेगा।
3- यात्रियों के बैठने की बेहतर व्यवस्था, पीने के पानी की सुविधा और प्लेटफार्मों पर और स्टेशन भवन के भीतर रोशनी व हवा सहित कई सुविधाएं होंगी।
4- अतिरिक्त लिफ्ट और एस्केलेटर सुविधाओं के साथ एक नया फुट ओवर ब्रिज, यात्रियों की आवाजाही और पहुंच को आसान बनाएगा।
5- आधुनिक ट्रेन संकेत बोर्ड और यात्री-अनुकूल साइनेज स्टेशन परिसर के भीतर निर्बाध नेविगेशन की सुविधा होगी।
6- दिव्यांगजनों, वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं व बच्चों के अनुकूल बनाया जाएगा