NEW DELHI. पाकिस्तान सीमा में गलती से ब्रह्मोस मिसाइल दागने का मामले में इंडियन एयरफोर्स के 3 अफसरों को बर्खास्त कर दिया गया है। सरकार की ओर से 23 अगस्त को ये जानकारी दी गई। एयरफोर्स ने स्टेटमेंट में कहा, कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने पाया कि दुर्घटनावश ब्रह्मोस मिसाइल दागे जाने की घटना में 3 अधिकारियों ने मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का ध्यान नहीं रखा। 9 मार्च को फायर हुई ब्रह्मोस मिसाइल पाकिस्तान की सीमा में गिरी थी।
पाक की सीमा में 100 किमी अंदर गिरी थी मिसाइल, पर कोई ब्लास्ट नहीं
ऑर्डर के मुताबिक, 3 अफसरों को घटना के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार ठहराया गया। केंद्र सरकार ने तत्काल प्रभाव से इनकी सेवाएं खत्म कर दी हैं। 23 अगस्त 2022 को अधिकारियों को बर्खास्तगी के आदेश दिए गए। रक्षा मंत्रालय ने इस घटना को बेहद खेदजनक बताते हुए इसके लिए तकनीकी खराबी को दोषी ठहराया था।
पाकिस्तान के अनुसार, ये मिसाइल पाक के हवाई क्षेत्र में 100 किमी अंदर आई थी। उस समय यह 40 हजार फीट की ऊंचाई पर और ध्वनि की गति से 3 गुना स्पीड में थी। इसमें कोई वॉरहेड नहीं था, इसलिए कोई विस्फोट नहीं हुआ।
क्या है ब्रह्मोस मिसाइल?
ब्रह्मोस एक सुपसोनिक क्रूज मिसाइल है। इसे पनडुब्बी, जहाज या फिर फाइटर प्लेन से दागा जा सकता है। कम ऊंचाई पर उड़ने की वजह से ये रडार की पकड़ में नहीं आती। ब्रह्मोस को 21वीं सदी की सबसे खतरनाक मिसाइलों में से एक माना जाता है। ये मिसाइल 4300km प्रति घंटे की रफ्तार से दुश्मन के ठिकाने को तबाह करने में कैपेबल है।
भारत-पाक संबंध
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध 2019 के बाद ऐतिहासिक तौर पर सबसे खराब हैं। 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक आत्मघाती हमले में हमारे 40 जवान शहीद हो गए थे। भारत ने इसके जवाब में पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच छोटा सा एयर वॉर हुआ था। भारतीय फाइटर प्लेन्स पाक के F-16 लड़ाकू विमानों को गिरा दिया था, जिसमें भारत के ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्तमान पाक सीमा में गिर गए थे। बाद में पाकिस्तान ने उन्हें भारत को सौंप दिया था।