LUCKNOW. उत्तर प्रदेश की सबसे चर्चित घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान खत्म हो गया है। प्रत्याशियों की किस्मत मतपेटियों में बंद हो गई है। शाम पांच बजे तक कुल 49.42 प्रतिशत मतदान हुआ था। जो कि 2022 में हुए चुनाव से काफी ज्यादा है, निर्वाचन आयोग ने मतदान शांतिपूर्ण बताया है। हालांकि समाजवादी पार्टी ने कई स्थानों पर गड़बड़ी की शिकायत की है। उपचुनाव का परिणाम आठ सितंबर को आएगा।
455 बूथों पर मतदान, 5 बजे तक 49.42 फीसदी वोटिंग
घोसी विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया था। मतदान के लिए 455 बूथ बनाए गए थे। एक बजे तक के आंकड़ों की बात करें तो 33.52 फीसदी वोटिंग हुई। मतदान के दौरान मतदाताओं ने बढ़ चढ़कर की वोटिंग की। 11 बजे तक 21.5 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई। तीन बजे तक घोसी उपचुनाव में 43.24 फीसदी मतदान हुआ। वहीं पांच बजे तक 49.42 फीसदी वोटिंग हुई। अंतिम चरण में मतदान का ग्राफ कम हुआ जिसका एक कारण बारिश बताया जा रहा है।
कहीं वोटर्स की दिखी भीड़ तो कहीं खाली रहे मतदान केंद्र
उपचुनाव को लेकर 455 बूथों पर सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ। खुखुंदवा, कोपागंज, काछीकला, धवरियासाथ में बनाए गए पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की भीड़ नहीं दिखी, साथ ही मतदाताओं में वोट डालने को लेकर उत्साह नहीं दिखा। वहीं कोईरियापार, जमालपुर मिर्जापुर, कस्बा खास घोसी में बूथों पर मतदाताओं की कतार दिखी।
दारा सिंह चौहान ने किया बीजेपी की जीत का दावा
घोसी उपचुनाव के लिए मतदान के बीच बीजेपी प्रत्याशी दारा सिंह चौहान ने कहा कि मतदान शांतिपूर्वक हो रहा है। प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। आठ तारीख को जब परिणाम आएगा तो भारी बहुमत से बीजेपी की जीत होगी। पोलिंग में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है।
समाजवादी पार्टी ने लगाए चुनाव में धांधली के आरोप
इधर, समाजवादी पार्टी ने उपचुनाव में धांधली के आरोप लगाए हैं। सपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अरविंद कुमार सिंह ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि घोसी विधानसभा क्षेत्र में मतदान संख्या 147 (मोहम्मदिया मदरसा, बड़ागांव, करीमुद्दीनपुर) पर मतदान अधिकारी मुस्लिम मतदाताओं को वोट डालने से रोक रहे हैं। अरविंद कुमार सिंह ने दावा किया कि वोटर लिस्ट में नाम होने के बाद भी मुस्लिम मतदाताओं को यह कहकर लौटाया जा रहा है कि उनका वोट पड़ चुका है।
सपा नेता ने पुलिस पर लगाया ये आरोप
अरविंद कुमार सिंह ने कहा है कि जब मतदाता इसका प्रतिरोध कर रहे हैं, तब पुलिस और मतदान अधिकारी सत्तारूढ़ बीजेपी के इशारे पर अपशब्दों का प्रयोग कर उन्हें वहां से भगा रहे हैं। सपा नेता ने कहा कि किसी भी मतदाता को मताधिकार के इस्तेमाल से वंचित करना एक आपराधिक कृत्य है, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मतदान संख्या 60 पर दौलतपुर के ग्राम प्रधान रवींद्र नाथ और मतदान संख्या 419 पर पोलिंग एजेंट धर्मेंद्र यादव को पुलिस पकड़ ले गई है, उन पर बीजेपी के पक्ष में मतदान करने का दबाव बना रही है। उन्होंने आयोग से इन घटनाओं का संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने आरोपों को किया खारिज
इधर, यूपी के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मतदाताओं को बीजेपी को वोट देने के लिए धमकी दिए जाने के सपा के आरोपों को खारिज किया है। ब्रजेश पाठक ने कहा कि घोसी उपचुनाव में बीजेपी बहुमत से जीतेगी, लोग अपने वोटों से बीजेपी को आशीर्वाद देने के लिए बाहर आ रहे हैं, यह एकतरफा चुनाव है, घोसी में बीजेपी जीतेगी, समाजवादी पार्टी ने चुनाव हारने के डर से ये आरोप लगाए हैं।
घोसी में I.N.D.I.A और NDA के बीच मुकाबला
सत्ताधारी बीजेपी और समाजवादी पार्टी दोनों ने इस सीट पर जीत के लिए जोर लगाया है। साथ ही अपनी जीत का भरोसा जताया है। इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी दारा सिंह चौहान का सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी के सुधाकर सिंह से हैं। यह सीट सपा विधायक दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद से खाली हुई थी। घोसी विधानसभा सीट पर मुकाबला I.N.D.I.A. गठबंधन और NDA अलायंस के बीच है। ऐसा इसलिए कि यहां बीजेपी और सपा के अलावा किसी भी पार्टी ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा। यहां कांग्रेस, लेफ्ट और आम आदमी पार्टी सपा को स्पोर्ट किया है। जबकि बसपा ने भी घोसी सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा।
घोसी सीट पर 2022 में हुआ था 42.21 प्रतिशत मतदान
बता दें कि मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर 2022 में 42.21 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी दारा सिंह चौहान ने जीत दर्ज की थी, जो कि बीजेपी छोड़कर सपा में आए थे, सपा के टिकट पर वो अपनी सीट से चुनाव भी जीते। इसके बाद 15 महीने बाद दारा सिंह चौहान ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद एक बार फिर बीजेपी में वापसी कर ली। दारा सिंह चौहान ने सपा और विधानसभा से त्यागपत्र देकर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। इसके बाद घोसी सीट के खाली होने पर 5 सितंबर को मतदान हुआ। इस सीट पर प्रत्याशी दारा सिंह चौहान और सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह के बीच मुकाबला है। इस तरह से छह वर्ष में चार बार विधायकी का चुनाव चर्चा में बना है।