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Lucknow. साल 2017 में भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन ब्लास्ट के केस में लखनऊ की एनआईए कोर्ट ने 7 दोषियों को मरने तक फांसी के फंदे पर लटकाने की सजा सुनाई है। वहीं एक दोषी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। आज रात 8 बजे यह फैसला आया है। फैसला सुनाते वक्त मामले के आठों दोषी अदालत में मौजूद थे। बता दें कि ट्रेन में हुए ब्लास्ट के मामले में कुल 9 दहशतगर्द शामिल थे। जिनमें से 1 का पहले ही एनकाउंटर कर दिया गया था।
इन्हें होगी फांसी
ट्रेन ब्लास्ट केस में दोषी पाए गए मोहम्मद फैसल, गौस मोहम्मद खान, मोहम्मद अजहर, आतिफ मुजफ्फर, मोहम्मद दानिश, सैय्यद मीर हुसैन और आसिफ इकबाल रॉकी को फांसी की सजा सुनाई गई है। वहीं मोहम्मद आतिफ ईरानी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। इनके साथी सैफुल्ला को एनकाउंटर में मारा गया था।
सैफुल्ला का हो चुका एनकाउंटर
बता दें कि पुलिस ने इन आतंकियों को एक मुठभेड़ के बाद अरेस्ट किया था। लखनऊ के काकोरी में हुई मुठभेड़ में इनका साथी सैफुल्ला मारा गया था। पुलिस ने इन बाकी के आतंकियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था। इन आरोपियों के पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद और हथियार बरामद हुए थे। इसके बाद मामले की जांच एनआईए ने की और चार्जशीट पेश की थी।
जाकिर नाइक के थे प्रशंसक
एनआईए ने अदालत में पेश की अपनी रिपोर्ट में इन 9 दहशतगर्दों पर देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने, आंतक के लिए धन, विस्फोटक और हथियार जुटाने के आरोप लगाए थे और हर आरोप के सबूत भी पेश किए थे। जांच एजेंसी कहा कहना था कि ये लोग जाकिर नाइक का वीडियो दिखाकर युवाओं को जेहाद के लिए उकसाते थे। इस केस में 21 मार्च, 2018 को आरोप तय किए गए थे। शुक्रवार यानी 24 फरवरी को कोर्ट ने आरोपियों को दोषी ठहराया था।
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ये आरोप हुए तय
अदालत ने इन दहशतगर्दों के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, विधिविरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम, लोक संपत्ति निवारण अधिनियम ओर रेल अधिनियम समेत आईपीसी की धारा 324 और 326 के तहत दोषी पाया था।
मार्च 2017 में हुआ था ट्रेन में धमाका
बता दें कि 7 मार्च 2017 को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर में शाजापुर जिले के कालापीपल के पास ब्लास्ट हो गया था। ब्लास्ट में 9 लोग बुरी तरह जख्मी हुए थे। ब्लास्ट के बाद लोगों ने चेन खींचकर ट्रेन को रोका था। इस दौरान यात्रियों में चीख-पुकार मच गई थी।
घटना के बाद जब जांच एनआईए को सौंपी गई तो आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े आतंकियों के शामिल होने का खुलासा हुआ। जिसके बाद एमपी और यूपी से सभी 8 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी, जबकि सैफुल्ला एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया था।