New Delhi. राजनैतिक दलों को फंड देने के लिए जारी किए जाने वाले इलेक्टोरल बॉन्ड की एक बार फिर चर्चा है। विख्यात अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि एसबीआई के आंकड़ों के मुताबिक इलेक्टोरल बॉन्ड का 90 फीसदी हिस्सा केवल 5 महानगरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और हैदराबाद में बेचा गया। इसका मतलब यह है कि देश की समस्त पॉलिटिकल पार्टियों को इन 5 महानगरों से ही फंड मिला है। यह जानकारी आरटीआई के जरिए निकाली गई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कुल इलेक्टोरल बॉन्ड में से सिर्फ 2 फीसदी बॉन्ड ही कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में बेचा गया।
बॉन्ड के जरिए जुटाए 12 हजार 9 सौ 55 करोड़
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 4 मई को आंकड़े जारी किए उनके मुताबिक साल 2018 में इलेक्टोरल बॉन्ड योजना की शुरूआत के बाद से देश में 12 हजार 9 सौ 79 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड का विक्रय किया गया। बीते माह राजनैतिक दलों द्वारा चुनावी बॉन्ड में 12 हजार 9 सौ 55 करोड़ रुपए भुनाए थे।
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मुंबई का हिस्सा 26 प्रतिशत
एसबीआई की रिपोर्ट की मानें तो अब तक बेचे गए कुल चुनावी बॉन्ड में से करीब 26 फीसदी बॉन्ड मुंबई में बेचे गए। कोलकाता में 20.84 फीसदी हिस्सा बेचा गया। हैदराबाद में 18.64, नई दिल्ली में 14.23 प्रतिशत और चेन्नई में 9.66 प्रतिशत चुनावी बॉन्ड बेचे गए। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में केवल 2 प्रतिशत चुनावी बॉन्ड की बिक्री हुई है।
दिल्ली में निकाला गया पैसा
एसबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक भुनाए गए चुनावी बॉन्ड की कुल राशि में से 64.55 प्रतिशत यानि 8 हजार 3 सौ 62.84 करोड़ रुपए नई दिल्ली में ही भुनाए गए। जहां तमाम राष्ट्रीय दलों के खाते हैं। दिल्ली के बाद हैदराबाद में कुल चुनावी बॉन्ड का 12.37 प्रतिशत भुनाया गया। यानि की 1 हजार 6 सौ 2 करोड़ रुपए हैदराबाद में निकाले गए। कोलकाता में 10 प्रतिशत बॉन्ड भुनाए गए।
क्या है ये इलेक्टोरल बॉन्ड
यह एक वचन पत्र होता है जिसे किसी भी राज्य, शहर के व्यक्ति या कंपनी भारतीय स्टेट बैंक की किसी भी शाखा से खरीद सकती है। इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वाला नागरिक या कॉर्पाेरेट अपनी पसंद के हिसाब से किसी भी पॉलिटिकल पार्टी को अपना ये बॉन्ड डोनेट कर सकते हैं। राजनीतिक दल इस बॉन्ड को बैंक में भुनाकर रकम हासिल करते हैं। इलेक्टोरल बॉन्ड को डिजिटल या चेक के रूप में खरीदा जाता है। ये बॉन्ड बैंक नोटों के समान होते हैं, जो मांग पर वाहक को देने होते हैं।