नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो और दिल्ली के सीएम केजरीवाल (Arvind kejriwal) मुश्किलों में घिरते जा रहे हैं। कवि कुमार विश्वास के आरोपों के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अरविंद केजरीवाल की जांच कराने की मांग की थी। इसके जवाब में शाह ने AAP और प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस के बीच कथित संबंधों की जांच कराने का वादा किया है।
शाह ने चन्नी को लिखा पत्र: शाह ने लिखा कि एक राजनीतिक पार्टी का देश विरोधी, अलगाववादी और प्रतिबंधित संस्था से संपर्क रखना और चुनाव में सहयोग प्राप्त करना देश की अखंडता के दृष्टिकोण से अत्यंत गंभीर है। इस प्रकार के तत्वों का एजेंडा देश के दुश्मनों के एजेंडे से अलग नहीं है। यह अत्यंत निंदनीय है कि सत्ता पाने के लिए ऐसे लोग अलगाववादियों से हाथ मिलाने से लेकर पंजाब और देश को तोड़ने की सीमा तक जा सकते हैं। इस विषय पर मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि देश की एकता और अखंडता से खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। भारत सरकार ने इसे अत्यंत गंभीरता से लिया है और मैं स्वयं इस मामले को गहराई से दिखावाऊंगा।
इससे पहले 17 फरवरी को चन्नी ने एक ट्वीट के जरिए लिखा कि पंजाब के सीएम के रूप में, मैं प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता हूं कि हाल ही में कुमार विश्वास ने जो कहा है, इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। साथ ही कहा कि राजनीति एक तरफ, पंजाब के लोगों ने अलगाववाद से लड़ते हुए भारी कीमत चुकाई है। पीएम को हर पंजाबी की चिंता दूर करने की जरूरत है।
कुमार विश्वास ने लगाए थे आरोप: कुमार विश्वास ने आरोप लगाया था कि अरविंद केजरीवाल पंजाब में अलगाववादियों के समर्थक थे। विश्वास ने कहा कि एक दिन, उन्होंने मुझसे कहा कि वह या तो (पंजाब के) मुख्यमंत्री बनेंगे या एक स्वतंत्र राष्ट्र (खालिस्तान) के पहले पीएम होंगे। अरविंद केजरीवाल को यह समझना चाहिए कि पंजाब सिर्फ एक राज्य नहीं है वह एक भावना है। मैंने पहले उनसे कहा था कि अलगाववादी और खालिस्तानी संगठनों से जुड़े हुए लोगों का साथ न लें। तो केजरीवाल ने मुझसे कहा था कि नहीं-नहीं हो जाएगा।