देश भर में कोरोना वायरस (corona virus) संक्रमण की चौथी लहर (XE वैरिएंट) के मामले एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहे हैं। मध्यप्रदेश समेत अलग-अलग राज्यों में कोरोना के कई केस आ रहे हैं। इसमें दिल्ली (Delhi), मिजोरम (Mizoram), हरियाणा (Haryana), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), केरल (Kerala) और राजस्थान (Rajasthan) शामिल है। सूत्रों के मुताबिक अब कोरोना का नया लक्षण आ गया है। इस लक्षण का नाम उल्टी-दस्त है। आइए समझते हैं कि उल्टी-दस्त होने पर उसे कोरोना का लक्षण माना जाए या फिर फूड पॉइजनिंग।
क्या ये हैं कोरोना के नए लक्षण
राजस्थान के सबसे बड़े कोविड अस्पताल RUHS के पीडियाट्रिक डॉ. आलोक गोयल के मुताबिक बीते कुछ दिनों से OPD में भारी संख्या में बच्चे आ रहे हैं। ये बच्चे उल्टी-दस्त, तेज पेट दर्द और तेज बुखार से जूझ रहे है। बाद में जब इन बच्चों की कोरोना जांच करवाई गई तो 5 प्रतिशत बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
इस लक्षण को हल्के में न ले
अब सवाल ये उठता है कि क्या हकीकत में उल्टी-दस्त और पेट दर्द कोरोना के लक्षण हैं या फिर ये सर्फ बदलते मौसम के कारण हो रहा है। इस सवाल का जवाब देते हुए रांची AIIMS के डॉक्टर प्रदीप भट्टाचार्य (Pradeep Bhattacharya) ने बताया कि गर्मी के इस मौसम में जो भी उल्टी-दस्त की समस्या से जूझ रहा है, वे व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हैं, इसके लिए केवल एक वायरस जिम्मेदार नहीं है, ये मिक्स वायरल इंफेक्शन है। आगे डॉक्टर ने बताया कि उल्टी-दस्त और पेट दर्द के सिम्टमस के बाद कुछ लोग डायरिया का शिकार हो रहे हैं। जबकि कुछ कोरोना के लेकिन क्लियरली नहीं कहा जा सकता कि उल्टी-दस्त कोरोना के नए लक्षणों में से एक हैं। हालांकि किसी को भी इस लक्षण को हल्के में नहीं लेना चाहिए। उन्हें तत्काल जाकर अस्पताल में अपना कोविड टेस्ट करवाना चाहिए।
गर्मी के मौसम में है आम बात
वहीं इसी समस्या पर इंदौर के डॉक्टर वीपी पांडेय का कहना है कि गर्मी के मौसम में उल्टी-दस्त समस्या आम बात है। हालांकि कुछ लोग उल्टी-दस्त के बाद पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। इसके बावजूद भी उल्टी-दस्त को पूरी तरह से कोरोना का लक्षण नहीं कहा जा सकता है।
ये है फूड पॉइजनिंग के लक्षण
जी मिचलाना, पेट में ऐंठन, उल्टी, दस्त, बुखार, कमजोरी, सिरदर्द, भूख में कमी समेत कई अन्य फूड पॉइजनिंग के लक्षण हैं। हालांकि उल्टी-दस्त छोटे बच्चों और बुजुर्गों में ज्यादा होती है। लेकिन ऐसे में हमें लापरवाही नहीं करना चाहिए और कोरोना की जांच करवानी चाहिए।