देहरादून. 14 फरवरी को उत्तराखंड में 70 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई। चुनाव आयोग 10 मार्च को इसके नतीजे घोषित करेगा। लेकिन न्यूज 24 और टुडेज चाणक्य की तरफ से किए गए एनालिसिस में उत्तराखंड में बीजेपी दोबारा सत्ता में काबिज होते दिख रही है। न्यूज 24 और टुडेज चाणक्य के एनलासिस के मुताबिक 52 फीसदी लोगों का मानना है कि उत्तराखंड में सत्ता परिवर्तन नहीं होना चाहिए, यानी 50 फीसदी से ज्यादा लोग चाहते हैं कि पुष्कर धामी की सत्ता में वापिसी हो। जबकि 41 फीसदी लोग सत्ता में परिवर्तन की बात कर रहे हैं।
इन मुद्दों पर चुना: न्यूज 24-टुडेज चाणक्य के अनुसार, पार्टी और उम्मीदवार, विकास, भ्रष्टाचार, स्थानीय मुद्दे और किसी अन्य वजह ने मतदाताओं के वोट को प्रभावित किया। जिसमें पार्टी और उम्मीदवार को 34 फीसदी ने ध्यान में रखते हुए वोट किया। इसके साथ ही 22 प्रतिशत मतदाताओं ने विकास, 13 फीसदी ने भ्रष्टाचार को और 18 प्रतिशत ने स्थानीय मुद्दे पर अपना वोट डाला। केवल 7 फीसदी मतदाताओं ने कहा कि उनकी चिंता उपरोक्त मुद्दों के अलावा कुछ और थी।
मतदान केंद्र के बाद वोटरों से न्यूज 24- टुडेज चाणक्य का दूसरा सवाल था कि क्या आप राज्य में सरकार बदलना चाहते हैं? जिसपर 41 प्रतिशत ने सहमति जताई है। जबकि 52 फीसदी मौजूदा सरकार की पक्ष में हैं।
जातियों का रूख किस तरफ: चुनाव में जातियों की बात ना हो, ऐसा कम देखने की मिलता है। इसीलिए न्यूज24- टुडेज चाणक्य ने ब्राह्मण समाज के बीच जाकर यह जाना कि उन्होंने इस बार किस पार्टी को सबसे ज्यादा वोट किया। इसमें सामने आया कि ब्राह्मणों की तरफ से बीजेपी को 53 फीसदी और कांग्रेस 24 फीसदी वोट मिला। इसके बाद प्रदेश में राजपूतों का बीजेपी को 50 फीसदी और कांग्रेस 28 फीसदी वोट मिला। इसके साथ ही अनुसूचित जाति (SC) ने बीजेपी 42 फीसदी और कांग्रेस को 32 फीसदी, जबकि मुस्लिम वोटरों ने बीजेपी 6 फीसदी और कांग्रेस 71 फीसदी मत दिया।
न्यूज24-टुडेज चाणक्य द्वारा हर समाज और वर्ग के बीच जाने के बाद आखिर में यह निर्णय साफ हो चुका था कि बार प्रदेश में जनता ने किस पार्टी की सरकार बनाने का रास्ता साफ किया है। ऐसे में इस बार के विधानसभा चुनावों में बीजेपी 43, कांग्रेस 24 और अन्य के खाते में 3 सीटें आने का अनुमान है।
उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर कुल 632 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपना-अपना भाग्य आजमा रहे हैं। चुनाव को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा गया। राज्य के 62 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।