भोपाल. यदि आप सैमसंग (samsung) का मोबाइल फोन इस्तेमाल कर रहे हैं तो सावधान। अपने मोबाइल (Mobile) में नया साफ्टवेयर (software) अपलोड करने से पहले अपने हैंडसेट (handset) की सीरीज ठीक से चेक कर लें। कारण यह है कि सैमसंग के सैंकड़ों यूजर्स (users) को नया साफ्टवेयर अपडेट (update) करना महंगा पड़ रहा है। नए साफ्टवेयर को अपलोड (upload) करते ही उनके मोबाइल फोन बंद (क्रैश) हो जा रहे हैं। जानकारों की राय में साफ्टवेयर में एक बग आना है, जिसकी वजह से हैंडसेट के मदर बोर्ड (mother board) खराब हो रहे हैं। इससे पहले फोन हैंग होना शुरू होते हैं और बाद में अचानक बंद हो जाते हैं। हालांकि यह तकनीकी (technical) समस्या सैमसंग के कुछ खास सीरीज के हैंडसेट में ही आ रही है। आइए आपको बताते हैं कि सैमसंग के वो कौन सी सीरीज के हैंडसेट हैं जिनमें यह समस्या आ रही है।
इन फोन्स में आ रही परेशानी
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन (smartphone) निर्माता कंपनी (company) सैमसंग का मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाले कई यूजर्स ने द सूत्र (the source) से नया साफ्टवेयर अपलोड करने के बाद हैंडसेट खराब होने की समस्या साझा की। इस पर एक जिम्मेदार मीडिया हाउस के नाते द सूत्र की टीम ने इस पूरे मामले की पड़ताल की तो सामने आया कि यह तकनीकी समस्या सैमसंग के A22, A50, A50s, A70, M30, M30s, M31, M21, M51, F42 सीरीज के हैंडसेट में आ रही है। सैमसंग के ये सभी मोबाइल फोन मिड प्राइज (mid price) सेगमेंट के हैं जिनकी कीमत 10 हजार से लेकर 25 हजार तक है। इनमें से कुछ मॉडल में हार्डवेयर (hardware) मिसमैच की समस्या आर रही है तो कुछ में सॉफ्टवेयर से जुड़ी प्रॉब्लम है।
द सूत्र ने इस तरह की पड़ताल
भोपाल में सैमसंग फोन के यूजर विजेंद्र भटनागर ने द सूत्र संवाददाता को बताया कि उन्होंने पिछले साल नवंबर में M51 हैंडसेट खरीदा था। मोबाइल फोन मुश्किल से 4-5 महीने ठीक चला। इसके बाद सॉफ्टवेयर अपडेट करने पर चार्जिंग की परेशानी शुरू हो गई। सर्विस सेंटर में दिखाया तो उन्होंने चार्जिंग (charging) पोर्ट चेंज कर दिया। लेकिन 2 दिन बाद ही फिर से चार्जिंग की परेशानी फिर शुरू हो गई। दोबारा सर्विस सेंटर में दिखाने पर पता चला कि मदरबोर्ड खराब हो गया है। सर्विस सेंटर ने करीब दो महीने बाद फोन रिपेयर करके दिया। लेकिन 3 दिन बाद उसका डिस्प्ले खराब हो गया औऱ फोन फिर से सर्विस सेंटर में छोड़ना पड़ा। भटनागर का कहना है कि वो पूरे साल भर सैमसंग कस्टमर केयर के दफ्तर के चक्कर काटते रहे।
आखिरकार उन्हें मजबूर होकर दूसरा हैंडसेट खरीदना पड़ा
जबलपुर के यूजर संतोष नेमा बताते हैं कि उन्होंने A10 सीरीज का हैंडसेट खरीदा था। इसका साफ्टवेयर अपडेट करने के बाद फोन ऑपरेट करने में परेशानी आने लगी। सैमसंग के कस्टमर केयर सर्विस सेंटर पहुंचकर फोन दिखाया तो टेक्निशियन (technician) ने मदरबोर्ड और डिस्प्ले (display) बदलवाने को कहा। फोन रिपेयर के लिए करीब 5 हजार रुपये का खर्च बताया। लेकिन उन्होंने भी हैंडसेट सुधरवाने के बजाय नया फोन खरीदना बेहतर समझा।
सैमसंग के ट्विटर हैंडल पर ऐसी ढेरों शिकायतें
ऐसा नहीं है कि मोबाइल फोन का साफ्टवेयर अपडेट करने के बाद हैंडसेट में टेक्निकल प्रॉब्लम आने की समस्या से सिर्फ मध्यप्रदेश के यूजर्स ही जूझ रहे हैं। द सूत्र की टीम ने जब इस मामले में ट्विटर पर सैमसंग के ऑफिशियल हैंडल पर डिटेल खंगाली तो उस पर भी देश के दूसरे राज्यों के ढेरों यूजर्स की शिकायतें मिलीं। इनमें ज्यादातर शिकायतें सैमसंग के उन्हीं सीरीज के मोबाइल फोन हैंडसेट के बारे में हैं जिनमें नया साफ्टवेयर अपडेट करने के बाद यूजर्स को तकनीकी खराबी की समस्या का सामना करना पड़ा है।
हैंडसेट में क्यों आ रही है टेक्निक प्रॉब्लम
भोपाल में मोबाइल फोन रिपेयरिंग की शॉप चलाने वाले शिवेंद्र प्रताप सिंह कहते हैं कि उनके पास रोजाना सैमसंग के 5-10 फोन रिपेयर होने आते हैं। इन मोबाइल फोन के यूजर्स शिकायत (complaints) करते हैं कि साफ्टवेयर अपडेट करने के बाद हैंडसेट अचानक बंद हो गया या फिर स्क्रीन पर सिर्फ सैमसंग का लोगो ही नजर आता है। इसके बाद फोन ऑपरेट ही नहीं हो पाता है। इस तकनीकी समस्या के चलते यूजर्स के मोबाइल में सेव डाटा भी लास्ट हो जा रहा है। ऐसे सभी खराब हैंडसेट को चेक करने पर पता चलता है कि इनका सीपीयू या मदरबोर्ड खराब हो गया है। वे ऐसे हैंडसेट सुधारने के लिए दो से तीन हजार रुपये तक चार्ज करते हैं। लेकिन सैमसंग के सर्विस सेंटर में फोन सुधरवाने के लिए पांच से छह हजार रुपए तक खर्च होते हैं।
खुफिया कैमरे में दर्ज रिकॉर्डिंग में मानी टेक्निकल प्रॉब्लम की बात
नया साफ्टवेयर अपलोड करने पर खराब हो रहे मोबाइल फोन के बारे में सैमसंग के भोपाल स्थित कस्टमर केयर सेंटर में संपर्क करने पर यहां के प्रभारी ने कोई जानकारी न देने से इनकार करते हुए द सूत्र संवाददाता से कंपनी के हायर मैनेजमेंट से चर्चा करने को कहा। इस पर द सूत्र ने इस मामले में कंपनी का पक्ष जानने के लिए सैमसंग हायर मैनेजमेंट के ऑफिशियल्स को ईमेल किया। साथ ही मामले की तह तक पहुंचने के लिए खुफिया कैमरे के जरिए कस्टमर केयर सेंटर में दोबारा संपर्क किया। इसके लिए द सूत्र की टीम सैमसंग का M21 फोन लेकर कस्टमर केयर सेंटर पहुंची। ये हैंडसेट भी साफ्टवेयर अपडेट करने के बाद बंद हो गया था। जब टीम ने सेंटर के एग्जीक्यूटिव को फोन दिखाया तो उसने देखते ही मदरबोर्ड खराब हो जाने की बात कही। इस पर संवाददाता ने उससे सवाल किया कि क्या सिर्फ साफ्टवेयर अपडेट करने से हैंडसेट का मदरबोर्ड खराब हो जाता है क्या? उसने जवाब दिया कि हां हो जाता है। अभी कुछ दिनों से हैंडसेट में यह परेशानी आ रही है।
क्या कहते हैं सैमसंग हायर मैनेजमेंट के ऑफिशियल्स
मोबाइल यूजर्स को आ रही परेशानी के बारे में द सूत्र ने सैमसंग इंडिया की हाई अथॉरिटी तक पहुंचाने की कोशिश की। सबसे पहले सैंमसंग के वाइस प्रेसीडेंट एंड कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट के हेड पार्था घोष के मोबाइल फोन पर बात करने का प्रयास किया। हालांकि उन्होंने कॉल ही रिसीव नहीं किया। इसके बाद हमने सैंमसंग के साउथ-वेस्ट एशिया के प्रेसीडेंट एवं सीईओ केन कैंग से बात की। उन्होंने हैंडसेट में आ रही समस्या से संबंधित डिटेल्स भेजने को कहा। उनके बाद सैंमसंग के सेल्स एंड रिटेल डिपार्टमेंट के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट मोहनदीप सिंह से बात की। उन्होंने कस्टमर्स के कंप्लेंट नंबर की मांग की और भरोसा दिलाया की वो इस मसले को गंभीरता से दिखवाएंगे। द सूत्र ने संबंधित कस्टमर्स के कंम्पलेंट नंबर सैंमसंग को भेज दिए हैं।
इंडिया में सैमसंग के कई मोबाइल फोन डिस्कंटिन्यू
आपको बता दें कि सैमसंग की जिस सीरीज के मोबाइल फोन में परेशानी आ रही है कंपनी ने उन्हें मार्केट में डिस्कंटिन्यू करना शुरू कर दिया है। इनमें से कई मॉडल्स (models) को आधिकारिक वेबसाइट से हटा गया दिया गया है। इसके अलावा ये डिवाइस दूसरी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर भी उपलब्ध नहीं है। इससे इस संभावना को बल मिलता है कि कंपनी ने गुपचुप इन सभी हैडसेट को डिस्कंटिन्यू कर दिया है।