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MUMBAI. भारत-न्यूजीलैंड सेमीफाइनल मैच के कुछ घंटे पहले वानखेड़े स्टेडियम में बवाल मच गया है। बीसीसीआई पर पिच बदलने का आरोप लगाया गया है। एक मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जिस पिच को सेमीफाइनल मैच के लिए पहले चुना गया था। उसकी जगह अब दूसरी पिच पर मैच होगा। मैच दोपहर 2 बजे से खेला जाना है। बीसीसीआई पर आरोप लग रहे हैं कि उसने ऐसा भारतीय टीम के स्पिनर्स को फायदा पहुंचाने के लिए किया है। मामले में ICC की तरफ से जानकारी सामने आई है कि उन्होंने बीसीसीआई से पिच को लेकर जवाब मांगा है। जवाब आने के बाद ही ICC कोई एक्शन लेगा।
सातवीं पर नहीं, अब छठवीं पिच पर होगा मैच
सेमीफाइनल मैच पहले वानखेड़े स्टेडियम की सातवें नंबर की पिच पर खेला जाना था। रिपोर्ट के मुताबिक अब ये छठवीं नंबर की पिच पर होगा। सातवें नंबर की पिच फ्रेश थी और इस पर फास्ट बॉलर्स को मदद मिलने की उम्मीद थी, वहीं छठवें नंबर की पिच पर इस टूर्नामेंट के 2 मैच खेले जा चुके हैं, इसलिए ये स्पिनर्स के लिए मददगार हो सकती है। ऐसे में भारत के पक्ष में मैच होने की संभावना है।
वानखेड़े स्टेडियम में वनडे मैच के कई रिकॉर्ड
वानखेड़े स्टेडियम की पिच बैटिंग फ्रेंडली है। स्टेडियम में टूर्नामेंट का 5वां और आखिरी मुकाबला खेला जाएगा। यहां इस वर्ल्ड कप के 4 में से 3 मैच पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने ही जीते हैं। ऐसे में दोनों ही टीमों में कड़ी टक्कर होगी।
सबसे ज्यादा मैच पहले बैटिंग करने वाली टीम ने जीते
वानखेड़े में अब तक कुल 27 वनडे मैच खेले जा चुके हैं। इसमें पहली इनिंग में बैटिंग करने वाली टीमों ने 14 मैच और दूसरी इनिंग में बैटिंग करने वाली टीमों ने 13 मैच जीते हैं। यानी पुराने रिकॉर्ड को देखें तो यहां टॉस का कोई अहम रोल नहीं होता है। यहां का सबसे ज्यादा स्कोर 438 है, जो साउथ अफ्रीका ने 2015 में भारत के खिलाफ बनाया था। सबसे कम स्कोर 55 रन है, जो श्रीलंका ने इसी टूर्नामेंट में भारत के खिलाफ बनाया था।
BCCI ने आरोप को किया खारिज
BCCI ने पिच बदलने के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि वर्ल्ड कप के हर मैच की पिच ICC के कंसलटेंट की मौजूदगी में तय होती है। उसके निर्देश के मुताबिक ही ये तय किया जाता है कि किस ग्राउंड पर कौन से नंबर की पिच इस्तेमाल होगी। पिच पर घास कितनी छोड़ी जाएगी ये भी ICC ही तय करती है।