New Delhi. लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्ष के सभी दलों ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ने अब तक तीन बैठकें की हैं, लेकिन सीटों के बंटवारे पर मामला अब भी अटका हुआ है। इस पर फैसला करने को लेकर कोऑर्डिनेशन कमेटी का गठन किया गया है, जिसकी पहली बैठक बुधवार (13 सितंबर) को नई दिल्ली में बुलाई गई है। इसमें कमेटी के सभी 14 मेंबर शामिल होंगे। यह बैठक राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर होगी। इसमें सीटों के बंटवारे, उम्मीदवारों के नाम तय करने जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। विपक्ष की इस बैठक पर बीजेपी समेत एनडीए के सभी दलों की खास नजर है।
क्या है बैठक का एजेंडा?
कोऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्यों ने एजेंडा तैयार किया है, जिसे बैठक में अंतिम रूप दिया जाएगा। इसमें संयुक्त रैलियों, साझा प्रचार व सोशल मीडिया स्ट्रेटेजी पर फैसला होना है। सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव और प्रचार का रोडमैप बनाने के लिए राज्यों को चार भागों में बांटा गया है। सबसे अहम कैटेगरी में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र और कर्नाटक शामिल किए गए हैं। इसे कमेटी ने पहली प्राथमिकता रखा है।
पांच राज्यों में 212 सीटों में से 180 बीजेपी के पास, जीतने की बनेगी रणनीति
विपक्ष ने जिन पांचों राज्यों में गठबंधन की ताकत बताने के लिए साझा रणनीति बनाई है, वे काफी मायने रखते हैं। इन पांच राज्यों में 212 लोकसभा सीटें हैं, जिसमें 180 से अधिक बीजेपी के पास हैं। 2019 के बाद से इन राज्यों की सियासी स्थिति बदली है। उप्र में समाजवादी पार्टी 2017 के विधानसभा चुनाव में सिर्फ 47 सीटों पर सिमट गई थी, वहीं 2022 में उसकी सीटें 111 हो गईं। ऐसे में उप्र पर विशेष फोकस रखा गया है।
बीजेपी के सामने चुनौती
बिहार में जनता दल यू (जेडीयू) ने बीजेपी से किनारा करके आरजेडी के साथ सरकार बना ली है। झारखंड में भी विपक्षी सरकार है। महाराष्ट्र में सरकार एनडीए की है फिर भी शरद पवार और उद्धव ठाकरे की जोड़ी कांग्रेस के साथ मजबूती से खड़ी है, वहीं कांग्रेस कर्नाटक की जीत को लोकसभा चुनाव में दोहराने का दावा कर रही है। ऐसे में इन राज्यों में बीजेपी के सामने बड़ी चुनौती है।
विपक्ष ने बनाई पांच श्रेणी : कुछ राज्यों में फंस सकता है पेंच
श्रेणी 1- उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र और कर्नाटक को पहली प्राथमिकता रखा गया है।
श्रेणी 2 - राजस्थान, मप्र, गुजरात, हिमाचल, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में लड़ाई कांग्रेस-बीजेपी के बीच है। इनके लिए रणनीति राष्ट्रीय मुद्दों और प्रदेश की समस्याओं को मिलाकर बनेगी।
श्रेणी 3 - ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में उन दलों की सरकार है जो एनडीए या इंडिया किसी के साथ नहीं हैं। यहां की रणनीति अलग होगी। इसके लिए I.N.D.I.A पूरा जोर लगा रहा है।
श्रेणी 4- इस श्रेणी में वे राज्य हैं, जहां विपक्षी गठबंधन के दलों में मुकाबले की स्थिति बन सकती है। जैसे- पंजाब, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, केरल और गोवा। इन राज्यों के लिए लोकसभा सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले पर फोकस रहेगा, ताकि मतभेद न हो।
I.N.D.I.A की तीसरी बैठक में बनाई थीं पांच कमेटियां
मुंबई में 31 अगस्त और 1 सितंबर को विपक्षी गठबंधन की तीसरी बैठक हुई थी। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने 28 विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए। बैठक में कोऑर्डिनेशन और कैंपेन समेत पांच कमेटियां बनाई गई थीं। यह अब लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन की जीत सुनिश्चित करेगी।
चौथी बैठक दिल्ली या भोपाल में होने की संभावना
विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलमेंटल इनक्लूसिव अलायंस की चौथी बैठक दिल्ली या भोपाल में होने की संभावना है। हालांकि इसको लेकर कोई सहमति नहीं बन सकी है। मप्र में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह बैठक भोपाल में होना तय लग रहा है।