New Delhi. भारत ने कोरोना की चौथी लहर की आशंका के बीच ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया (DGCI) ने बड़ा फैसला किया है। अब 6 से 12 साल के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। ये वैक्सीन भारत बायोटेक की कोवैक्सिन होगी। इसके अलावा DCGI ने 12 से ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए जायडस कैडिला की जायकोव डी वैक्सीन को भी इमरजेंसी यूज की मंजूरी दे दी है। इसके दो डोज लगाए जाएंगे। यह फैसला DCGI की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) की मीटिंग के बाद आया, जिसमें भारत बायोटेक से कोविड-19 वैक्सीन Covaxin को 2-12 साल की उम्र के बच्चों को लगाने के लिए डेटा मांगा गया था।
#COVID19 | DCGI also grants emergency use authorisation to ZycovD (Zydus Cadila vaccine) for children above the age of 12 years for a two-dose regimen: Sources
— ANI (@ANI) April 26, 2022
#COVID19 | DCGI (Drugs Controller General of India) grants emergency use authorisation to Corbevax for children between the age of 5-12 years: Sources
— ANI (@ANI) April 26, 2022
फिलहाल 12-14 साल के बच्चों को कॉर्बेवैक्स वैक्सीन दी जा रही है। 15-18 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन इस साल 3 जनवरी से शुरू हुआ है। उन्हें कोवैक्सिन का डोज दिया जा रहा है। हालांकि बाद में इस अभियान को 16 मार्च से बढ़ा दिया गया, जिसमें 12-14 साल बच्चों को भी शामिल किया गया। उन्हें कॉर्बेवैक्स दी जा रही है। इस तरह अब देश में 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को तीन कोरोना वैक्सीन लगने लगेंगी। 26 अप्रैल को मिली मंजूरी के बाद देश में 6 से 12 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों को कुल 3 कोरोना वैक्सीन लगाई जाएंगी।
बच्चों में कोरोना के XE वैरिएंट के लक्षण
XE वैरिएंट को कोविड-19 के पिछले वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों को इस नए वैरिएंट के संक्रमण से बचाकर रखा जाए। बच्चों में ये लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- बुखार
कॉर्बेवैक्स को अप्रूवल का इंतजार
DCGI की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने पिछले दिनों 5 से 11 साल के बच्चों पर कॉर्बेवैक्स वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की सिफारिश की थी। पैनल ने इस मसले पर बीते 21 अप्रैल को बैठक की थी। कॉर्बेवैक्स हैदराबाद की कंपनी बायोलॉजिकल ई की ओर से स्वदेशी रूप से डेवलप की गई पहली आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है।
12 से 17 साल के बच्चे वैक्सीनेटेड
देश में बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने की शुरुआत इस साल 3 जनवरी से हुई थी। शुरुआत में 15 से 17 साल के बच्चों को कोवैक्सिन ही लगाई जा रही थी। बाद में 16 मार्च को 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू किया गया।
हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक 12-14 साल ऐज ग्रुप के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन 16 मार्च 2022 को शुरू किया गया था। अब तक उन्हें 2.7 करोड़ (पहली डोज) और 37 लाख (दूसरी डोज) दी जा चुकी है। वहीं, 15-18 साल के ऐज ग्रुप के बच्चों को 5.82 करोड़ पहली डोज और 4.15 करोड़ दूसरी डोज लगाई जा चुकी है।