दानिश सिद्दीकी को फिर मिला पुलित्जर पुरस्कार, सिद्दीकी की तालिबान ने की थी हत्या

author-image
Shivasheesh Tiwari
एडिट
New Update
दानिश सिद्दीकी को फिर मिला पुलित्जर पुरस्कार, सिद्दीकी की तालिबान ने की थी हत्या

Delhi. दिवंगत फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी को फीचर फोटोग्राफी श्रेणी में प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया है। यह अवॉर्ड उन्हें भारत में कोविड-19 के दौरान ली गईं तस्वीरों के लिए मिला है। भारत में कोरोनावायरस के दौरान की यह तस्वीरें दुनिया भर में चर्चा की विषय बनी थीं। दानिश सिद्दीकी के अलावा तीन अन्य भारतीय फोटो पत्रकारों को भी यह सम्मान मिला है। ‘द पुलित्जर प्राइज’ की वेबसाइट के अनुसार समाचार एजेंसी ‘रॉयटर्स’ के सिद्दीकी, अदनान आबिदी, सना इरशाद मट्टू और अमित दवे को इस पुरस्कार से नवाजा गया है।



कौन थे दानिश सिद्दीकी 



बतादें कि सिद्दीकी (38) की पिछले साल जुलाई में अफगानिस्तान में हत्या कर दी गई थी। अफगानिस्तान के स्पीन बोल्दक जिले में अफगान सैनिकों और तालिबान के बीच हिंसक संघर्ष की तस्वीरें लेते समय उनकी हत्या कर दी गई थी। सिद्दीकी को दूसरी बार पुलित्ज़र पुरस्कार से नवाजा गया है। 2018 में भी रॉयटर्स के साथ काम करते हुए उन्हें रोहिंग्या शरणार्थी संकट संबंधी तस्वीरों के लिए पुलित्ज़र पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अफगानिस्तान तथा ईरान में युद्ध, हांगकांग में प्रदर्शन और नेपाल में भूकंप जैसी महत्वपूर्ण घटनाओं की तस्वीरें ली थीं।



ओम थानवी ने ये कहा



वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी ने इस मौके पर लिखा, 'मरहूम फ़ोटो-पत्रकार दानिश सिद्दीक़ी को मरणोपरांत सही, एक और पुलित्ज़र अवार्ड से नवाज़ा गया। कोरोना की मार में शासन की काहिली और लाशों के अम्बार के बीच उन्होंने हक़ीक़त को अपनी तस्वीरों में कितना बख़ूबी बयान किया था। एक जांबाज़ और माहिर छविकार को स्मृतिनमन।''




— Om Thanvi (@omthanvi) May 10, 2022



दानिश को दूसरी बार यह सम्मान मिला



यह दूसरी बार है जब सिद्दीकी ने पुलित्जर पुरस्कार जीता है। रोहिंग्या संकट के कवरेज के लिए रॉयटर्स टीम के हिस्से के रूप में उन्हें 2018 में इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अफगानिस्तान संघर्ष, हांगकांग विरोध और एशिया, मध्य पूर्व और यूरोप की अन्य प्रमुख घटनाओं को व्यापक रूप से कवर किया था।



दानिश सिद्दीकी ने दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से अर्थशास्त्र में स्नातक किया था। इसके बाद उन्होंने जामिया के ही एजेके मास कम्यूनिकेशन रिसर्च सेंटर से 2007 से डिग्री ली थी। उन्होंने अपना करियर टेलीविजन न्यूज के संवाददाता के रूप में शुरू किया था, बाद में वह फोटो पत्रकारिता की ओर उन्मुख हुए। 2010 में उन्होंने इंटर्न के रूप में रॉयटर्स ज्वाइन की।' पुलित्जर पुरस्कार पत्रकारिता के क्षेत्र का अमेरिका का सर्वोच्च पुरस्कार है। इसकी शुरुआत 1917 से हुई थी। 


Taliban तालिबान Danish Siddiqui Pulitzer Prize Rohingya Refugee Crisis AJK Mass Communication Research Center Afghanistan Conflict दानिश सिद्दीकी पुलित्जर पुरस्कार रोहिंग्या शरणार्थी संकट एजेके मास कम्यूनिकेशन रिसर्च सेंटर अफगानिस्तान संघर्ष