New Delhi. जी20 समिट के लिए भारत आए राष्ट्राध्यक्षों के स्वागत से लेकर भोजन तक में भारतीय संस्कृति और परंपरा की झलक नजर आई। नमस्ते से विदेशी मेहमानों का स्वागत किया गया तो वहीं रात्रिभोज में भारतीय व्यंजनों को परोसा गया। इसमें खड़ा अनाज यानी मिलेट्स से बने व्यंजन भी थे। शनिवार (9 सितंबर) को विदेशी मेहमानों के सम्मान में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डिनर (रात्रिभोज) होस्ट किया। मेन्यू में शाकाहारी व्यंजनों को शामिल किया गया था। मेन्यू को भारत की परंपरा, रीति-रिवाज और विविधता को ध्यान में रखकर तैयार किया गया। रात्रिभोज का मेन्यू वसुधैव कुटुंबकम एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य की भावना को समर्पित किया गया। इसमें कश्मीरी कहवा, दार्जीलिंग की चाय, मुंबई का वड़ापाव, अंजीर-आडू मुरब्बा सहित देश के कई मशहूर व्यंजनों को शामिल किया गया।
मोदी ने बाइडेन-सुनक को बताया नालंदा यूनिवर्सिटी का इतिहास
रात्रिभोज में शामिल होने भारत मंडपम पहुंचे विदेशी मेहमानों का स्वागत नालंदा यूनिवर्सिटी के बैकग्राउंड के सामने किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता को नालंदा यूनिवर्सिटी के इतिहास के बारे में बताया। रात्रिभोज में राष्ट्राध्यक्षों, प्रतिनिधिमंडल और भारत के कई राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय और राज्य मंत्रियों समेत लगभग 300 लोग शामिल हुए।
भारत में किन-किन को दिया गया था निमंत्रण
रात्रिभोज में आमंत्रण को लेकर विवाद सामने आ चुका है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को आमंत्रित नहीं करने पर विपक्ष हमलावर है। दूसरी ओर, रात्रिभोज में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी सुदेश धनखड़ भी शामिल हुईं। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के अलावा मोदी कैबिनेट के मंत्रियों को भी निमंत्रण दिया गया। इनमें राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर, एस जयशंकर, अर्जुन मुंडा, स्मृति ईरानी, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान और प्रह्लाद जोशी शामिल रहे। सभी भोज में पहुंचे।
रात्रिभोज का नजारा... जापान के पीएम की पत्नी साड़ी में आईं
- अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी से बातचीत की। मोदी ने नालंदा यूनिवर्सिटी के बारे में जानकारी दी।
- ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता ने हाथ जोड़कर पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मु का अभिवादन किया।
- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी राात्रिभोज में शामिल हुए।
- इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी भी डिनर के लिए भारत मंडपम पहुंचीं।
- साउथ कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक यिओल और उनकी पत्नी भी पहुंची।
- जापान के पीएम किशिदा भी रात्रिभोज के लिए भारत मंडपम पहुंचे। इस दौरान किशिदा की पत्नी साड़ी में नजर आईं।
- डिनर से पहले राष्ट्रपति मुर्मू और मोदी ने जर्मनी के चांसलर शोल्ज का स्वागत किया।
ये भी शामिल हुए
जी-20 के दो सत्रों के बाद रात्रिभोज के लिए भारत मंडपम पहुंचीं ईयू चीफ उर्सुला वॉन डेर लेयेन। मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का स्वागत किया। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना, आईएमएफ की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टलीना जिर्योजिवा, वर्ल्ड बैंक के प्रेसिडेंट अजय बंगा भी शामिल हुए।
रात्रिभोज के नियम : आयोजक ही तय करता है डिनर का मेन्यू
विदेशी मेहमानों को क्या परोसा जाएगा, इस पर आखिरी फैसला तो आयोजन के होस्ट, यानी राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री ही लेते हैं। विदेशी मेहमान का मेन्यू तैयार करने से पहले प्रोटोकॉल ऑफिसर मेहमानों के दफ्तर से पता करते हैं कि उनकी डाइटरी हैबिट्स क्या हैं, उनके कोई मेडिकल इश्यूज तो नहीं है या उनको सबसे ज्यादा क्या खाना पसंद है। इसके बाद अतिथि देवो भव: के विचार से ऐसा मेन्यू तैयार किया जाता है, जिसे मेहमान पसंद करें और खाने के बाद उन्हें खुशी हो।