New Delhi. इजरायल और हमास के बीच जंग का आज सातवां दिन है। अब तक 2,300 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से करीब 1,200 इजराइली और 1,100 फिलिस्तीनियों ने जान गंवाई है। इजराइल में रह रहे 18,000 भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए भारत ने ऑपरेशन ‘अजय’ शुरू किया है। इसके तहत आज (12 अक्टूबर) भारत से पहली फ्लाइट इजराइल के लिए रवाना होगी। इजराइल में भारतीय राजदूत ने बताया कि पहली फ्लाइट से भेजे जाने वाले रजिस्टर्ड लोगों की जानकारी ईमेल कर दी है।
भारतीय पर्यटकों ने निकालने की अपील की
तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास के मुताबिक, इजराइल में 18,000 भारतीय रह रहे हैं। फिलहाल सभी सुरक्षित हैं। इजराइल पहुंचे भारतीय पर्यटकों ने दूतावास से सुरक्षित निकाले जाने की अपील की है। मालूम हो, इजराइल और हमास के बीच 7 अक्टूबर से जंग शुरू हुई है।
इजराइली सेना बोली- घुसपैठ की खबर गलत
अलजजीरा के मुताबिक, भारतीय समयानुसार 11 अक्टूबर की रात करीब 10 बजे लेबनान बॉर्डर से घुसपैठ की खबर मिली थी, जिसके बाद इजराइल-लेबनान बॉर्डर से लगे 3 शहरों में अलर्ट जारी कर दिया गया था, लेकिन बाद में इजराइली सेना ने कहा कि घुसपैठ नहीं हुई है। दरअसल, 10 अक्टूबर को लेबनान से इजराइल में 15 रॉकेट दागे गए थे। जवाबी कार्रवाई में इजराइली सेना ने लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के 3 ठिकानों पर हमला किया था। 8 अक्टूबर को पहली बार लेबनान बॉर्डर से हिजबुल्लाह ने इजराइल पर गोलीबारी की थी और बम दागे थे।
गाजा में यूएन एजेंसी के पास सिर्फ 12 दिन का खाना-पानी बचा
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा में फिलिस्तीनी रेफ्यूजी के लिए काम कर रही यूएन रिलीफ एंड वर्क एजेंसी के पास बहुत कम मात्रा में खाना और पानी बचा है। इस मात्रा से सिर्फ 12 दिन का काम चल सकता है। इसके बाद 1 लाख 80 हजार लोगों के भूखे रहने की नौबत आ जाएगी। एजेंसी की डिप्टी डायरेक्टर जेनेफर ऑस्टिन ने कहा- सड़कों पर मलबा है, रास्ते बंद हो गए हैं। कम्युनिकेशन लाइन कट गई हैं। लोगों की मदद करने में काफी मुश्किलें हो रही हैं।
अमेरिकी भी मारे गए
इजराइली एयरफोर्स के अनुसार, हमास कमांडर मोहम्मद देइफ के पिता के घर पर अटैक किया है। इस हमले में देइफ के भाई की मौत हुई है। गाजा पर इजराइल के हमले में यूएन के 9 कर्मचारी और 22 अमेरिकी नागरिकों की मौत हुई है। इजराइल में घायलों की संख्या 2,900 हो गई है। वहीं, गाजा में 5,339 लोग घायल हुए हैं।
गोला-बारूद के साथ अमेरिका का प्लेन इजरायल पहुंचा
अमेरिका का पहला ट्रांसपोर्ट प्लेन गोला-बारूद के साथ इजरायल के नेवातिम एयरबेस पर पहुंच गया है। प्रेसिडेंट बाइडेन ने इजराइल के लिए मदद दोगुना करने की घोषणा की है। दूसरी ओर, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा- यह युद्ध अमेरिकी विदेश नीति की विफलता है। अमेरिका फिलिस्तीनियों के हित को नजरअंदाज कर रहा है।
आरोप: इजराइल पर फास्फोरस बम दागा गया
इजराइल पर फिलिस्तीन ने फास्फोरस बम दागने के आरोप लगाए हैं। फिलिस्तीन की न्यूज एजेंसी 'वाफा' के मुताबिक, इजराइली सेना ने गाजा से लगे हुए अल-करामा शहर पर इजराइल ने प्रतिबंधित फास्फोरस बम का इस्तेमाल किया। ये बम जिस इलाके में गिरते हैं वहां ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है। इसके कण इतने छोटो होते हैं कि मानव शरीर में घुस जाते हैं।