NEW DELHI. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आज भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच फाइनल मैच खेला गया। मैच के दौरान अब तक के सभी विश्व कप विजेता कप्तान शामिल हुए, लेकिन इसमें कपिल देव शामिल नहीं थे। इसे लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है कि कपिल देव को अहमदाबाद में विश्व कप फाइनल के लिए BCCI ने आमंत्रित नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि बेदी की तरह, कपिल देव भी अपनी बात कहने के लिए जाने जाते हैं और वह कुछ महीने पहले आंदोलनकारी महिला पहलवानों के समर्थन में खुलकर सामने आए थे।
मुझे इनवाइट ही नहीं किया गयाः कपिल
BCCI के प्लान के मुताबिक फाइनल मैच के दौरान विश्व विजेता टीम के कप्तानों का सम्मान किया जाना था। जिसके लिए कपिल देव को इन्वाइट नहीं किया गया। वहीं, कपिल देव ने दावा किया कि उन्हें विश्व कप फाइनल में आमंत्रित नहीं किया गया था। 1983 में भारत को पहला एकदिवसीय विश्व कप खिताब दिलाने वाले कपिल ने कहा कि वह अपने बाकी साथियों के साथ यात्रा करना चाहते थे, लेकिन मुझे वहां आमंत्रित नहीं किया गया था। उन्होंने मुझे नहीं बुलाया इसलिए मैं नहीं गया। मैं चाहता था वहां मेरे साथ पूरी 1983 की टीम रहे, लेकिन मुझे लगता है कि यह इतना बड़ा आयोजन है और लोग जिम्मेदारियां संभालने में इतने व्यस्त हैं कि कभी-कभी वे भूल जाते हैं।
भारतीय कप्तानों में सौरव गांगुली भी शामिल थे
नरेंद्र मोदी स्टेडियम में मौजूद अन्य पूर्व भारतीय कप्तानों में सौरव गांगुली भी शामिल थे, जिन्हें बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष के रूप में आमंत्रित किया गया था। पूर्व अध्यक्षों और अधिकारियों को आमंत्रित करना बीसीसीआई का नियम है। हाई प्रोफाइल गेम में शामिल होने वाली अन्य हस्तियां अभिनेता शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह थे। बैडमिंटन के महान खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण भी स्टैंड में बैठे नजर आए।
एमएस धोनी भी फाइनल के दौरान नहीं दिखे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुकाबला देखा। हालांकि, एमएस धोनी और कपिल देव वर्ल्ड कप 2023 फाइनल के दौरान दिखाई नहीं दिए, जिन्होंने देश को आईसीसी मेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप जिताया है। कपिल देव ने 1983 और एमएस धोनी की कप्तानी में भारत 2011 में खिताब जीतने में सफल रहा था। भारत चौथी बार विश्व कप के फाइनल में पहुंचा था। सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत 2003 में हार गया था।