NEW DELHI. कांग्रेस ने अपनी कार्य समिति (CWC) की दो दिवसीय बैठक के बाद रविवार को पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में खुद को जनादेश मिलने की उम्मीद जताई। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कार्य समिति की बैठक में पार्टी नेताओं को नसीहत दी कि वे अनुशासित और एकजुट रहें। खड़गे ने कहा कि अपने व्यक्तिगत मतभेदों को दूर रखकर कांग्रेस की सफलता को प्राथमिकता दें और ऐसा कुछ न करें जिससे पार्टी को नुकसान हो।
संगठन को मजबूत बनाने पर की चर्चा
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में तेलंगाना समेत पांच राज्यों के विधानसभा और अगले लोकसभा चुनावों की रणनीति, संगठन को मजबूत बनाने तथा कुछ अन्य विषयों पर चर्चा की गई। पार्टी की पुनर्गठित कार्य समिति की पहली बैठक के बाद रविवार को विस्तारित कार्य समिति की बैठक हुई। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस की प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष तथा पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
खड़गे ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ को लेकर निशाना साधा
बैठक को संबोधित करते हुए खड़गे ने कांग्रेस नेताओं से आगामी चुनावों के लिए तैयार रहने की अपील की और कहा कि देश में बदलाव के संकेत हैं तथा कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजे इस बात का प्रमाण हैं। खड़गे ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उसने अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए इस विषय पर समिति बनाई, जिसकी अध्यक्षता पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंप दी।
यह दिन-रात मेहनत करने का समय है
खड़गे ने बैठक में कहा कि ‘‘यह आराम से बैठने का समय नहीं है हमें दिन-रात मेहनत करनी होगी। हम सभी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, पर हमें हमेशा अनुशासन में ही रहना चाहिए।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी नेताओं का आह्वान किया, कि यह ध्यान रखें कि हम अहं या अपनी वाहवाही के लिए ऐसा कुछ न करें, जिससे पार्टी का नुकसान हो। अनुशासन के बगैर कोई नेता नहीं बनता। हम खुद अनुशासन में रहेंगे, तभी लोग हमारा अनुकरण करेंगे, हमारी बात मानेंगे।
नेहरू की अनुशासन की भावना को किया याद
कांग्रेस अध्यक्ष ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के हैदराबाद में 1953 में दिए भाषण का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने अनुशासन की भावना पर जोर दिया था। बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया कि देश की जनता बदलाव चाहती है। प्रस्ताव में कहा गया, विश्वास है कि कांग्रेस को इस साल मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना के लोगों से निर्णायक जनादेश मिलेगा। कांग्रेस कार्य समिति ने यह भी कहा, कांग्रेस आगे की लड़ाई के लिए पूरी तरह से तैयार है। जनता बदलाव चाहती है।
तेलंगाना के साथ धोखा करने का आरोप लगाया
कार्य समिति की बैठक में तेलंगाना को लेकर कहा कि कांग्रेस कार्य समिति ने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की प्रदेश सरकार पर तेलंगाना के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। खड़गे ने कहा कि ‘स्वर्णिम तेलंगाना’ का वादा टूट गया है। कांग्रेस ने यह दावा भी किया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर और उनका परिवार प्रदेश पर ‘निजामों’ की तरह शासन कर रहा है।
संसद के विशेष सत्र में इन मुद्दों पर रहेगा फोकस
पार्टी ने सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन के पक्ष में प्रस्ताव पारित करने के साथ ही केंद्र सरकार से आग्रह किया था कि 18 सितंबर से शुरू हो रहे संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पारित किया जाए। कार्य समिति में पारित प्रस्ताव में जातिगत जनगणना की मांग भी उठाई गई है। बैठक में कहा कि अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) के लिए आरक्षण की मौजूदा अधिकतम सीमा बढ़ाई जाए।
बैठक में 14 सूत्री प्रस्ताव पारित
हैदराबाद के एक पंच सितारा होटल में शनिवार को CWC की कई घंटे तक हुई बैठक के बाद 14 सूत्रीय प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की स्थिति, किसानों की समस्याओं, चीन के साथ सीमा विवाद, अडाणी समूह से जुड़े मामले तथा कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने मणिपुर हिंसा, हरियाणा और कुछ अन्य राज्यों में सांप्रदायिक तनाव की हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए आरोप लगाया था कि देश गंभीर आंतरिक चुनौतियों से घिरा हुआ है और बीजेपी आग में घी डालने का काम कर रही है।
जनता से जुड़े विषयों पर ध्यान केंद्रित करेंः राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कार्य समिति की बैठक में शनिवार को वैचारिक स्पष्टता पर जोर देते हुए कहा कि पार्टी नेताओं को भारतीय जनता पार्टी के असल मुद्दों से ‘ध्यान भटकाने’ वाले जाल में न फंसकर जनता से जुड़े विषयों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। कांग्रेस ने 20 अगस्त को अपनी कार्य समिति का पुनर्गठन किया था, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं।