MUMBAI: संजय राउत ED की हिरासत में, 1000 करोड़ के जमीन घोटाले में पूछताछ, 4 दिन पहले तलब किया गया था, पर पेश नहीं हुए

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Atul Tiwari
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MUMBAI: संजय राउत ED की हिरासत में, 1000 करोड़ के जमीन घोटाले में पूछताछ, 4 दिन पहले तलब किया गया था, पर पेश नहीं हुए

MUMBAI. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 31 जुलाई को शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत (Shivsena MP Sanjay Raut) को हिरासत (Custody) में लिया है। महाराष्ट्र के 1000 करोड़ से ज्यादा के पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में ईडी की टीम राउत से पूछताछ कर रही थी। उन्हें 27 जुलाई को ईडी ने तलब किया था। हालांकि, वह अधिकारियों के सामने पेश नहीं हुए थे। इसके बाद ईडी के अधिकारी उनके घर पहुंचे। राउत पर जांच में सहयोग ना करने का आरोप है। जानकारी के मुताबिक, राउत के घर से ईडी ने 11.50 लाख रुपए भी जब्त किए।







— TheSootr (@TheSootr) July 31, 2022





उद्धव के तेवर बरकरार





ईडी ऑफिस जाने के लिए राउत घर से निकले तो भगवा दुपट्टा लहराते नजर आए। रवाना हुए, तो लग्जरी एसयूवी की छत से विक्ट्री साइन दिखाया। इतना ही नहीं, अपने समर्थकों की नारेबाजी पर मुट्ठी बांधकर दोनों हाथ हवा में लहराते रहे। हिरासत में लिए जाने के कुछ देर बाद राउत ने बाल ठाकरे और उद्धव की तस्वीर के साथ ट्वीट किया।







— Sanjay Raut (@rautsanjay61) July 31, 2022





मैं झुकूंगा नहीं और और न ही पार्टी छोड़ूंगा




ED ऑफिस पहुंचकर संजय राउत बोले, 'मार-मारकर, पीट-पीटकर मेरे खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं। यह शिवसेना और महाराष्ट्र को कमजोर करने के लिए किया जा रहा है। इससे ना शिवसेना कमजोर होगी और ना ही महाराष्ट्र कमजोर होगा। मैं झुकूंगा नहीं और ना ही पार्टी छोड़ूंगा।'






9 घंटे पूछताछ के बाद हिरासत में लिए गए





शिवसेना सांसद संजय राउत को 9 घंटे की पूछताछ के बाद ED ने हिरासत में लिया। भांडुप में उनके बंगले मैत्री पर 31 जुलाई सुबह सात बजे से ED की टीम पहुंची थी। 10 अफसरों ने राउत और उनके विधायक भाई सुनील राउत के कमरों की तलाशी ली। टीम ने उनसे और उनके परिवार वालों से पूछताछ की। कहा गया है कि राउत राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे।





ये है मामला





मामला मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा चॉल से जुड़ा है। यह महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी का भूखंड है। इसमें करीब 1034 करोड़ का घोटाला होने का आरोप है। इस केस में संजय राउत की 9 करोड़ रुपए और राउत की पत्नी वर्षा की 2 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त हो चुकी है। आरोप है कि रीयल एस्टेट कारोबारी प्रवीण राउत ने पात्रा चॉल में रह रहे लोगों से धोखा किया। एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस भूखंड पर 3000 फ्लैट बनाने का काम मिला था। इनमें से 672 फ्लैट पहले से यहां रहने वालों को देने थे। शेष एमएचएडीए और उक्त कंपनी  को दिए जाने थे, लेकिन 2011 में इस जमीन के कुछ हिस्सों को दूसरे बिल्डरों को बेच दिया गया था।





ऐसे सामने आया मामला





2020 में महाराष्ट्र में सामने आए पीएमसी बैंक घोटाले की जांच हो रही थी, तभी प्रवीण राउत की कंस्ट्रक्शन कंपनी का नाम सामने आया था। तब पता चला कि बिल्डर राउत की पत्नी के बैंक खाते से संजय राउत की पत्नी वर्षा को 55 लाख रुपए का कर्ज दिया गया था। आरोप है कि संजय राउत ने इसी पैसों से दादर में एक फ्लैट खरीदा था। प्रवीण राउत गुरु, आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक हैं। 





राउत के आवास के बाहर हलचल तेज



शिवसेना नेता संजय राउत के आवास के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं। उनके आवास के बाहर समर्थकों का जमावड़ा लगा है। पात्रा चावल भूमि घोटाला मामले में उनके आवास पर छापेमारी के बाद ईडी ने उन्हें हिरासत में लिया है।



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