NEW DELHI. दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार की चर्चित शराब नीति की सीबीआई जांच होगी। दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है। सक्सेना ने मुख्य सचिव की रिपोर्ट के बाद की गई है। इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 22 जुलाई को प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें वे बीजेपी पर भड़क गए। केजरीवाल ने कहा कि जेल से हमें डर नहीं लगता, तुम लोग (बीजेपी) सावरकर की औलाद हो, सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी। हम भगत सिंह को आदर्श मानते हैं, हमें जेल और फांसी से डर नहीं लगता। हम कई बार जेल हो आए। आप हमारे पीछे क्यों पड़े हैं। हमारे कई विधायकों को जेल में डाला गया, लेकिन सभी जेल से छूट कर बाहर आ गए। कोर्ट ने इनके खिलाफ बुरे-बुरे आदेश पारित किए। पहले सत्येंद्र जैन को गिरफ्तारी हुई, अब मनीष सिसोदिया के पीछे पड़े हैं।
केजरीवाल बोले- हमारी ईमानदारी पर पूरे देश को भरोसे
केजरीवाल ने ये भी कहा- हम कट्टर ईमानदार हैं। पूरे देश को भरोसा है कि ये लड़के ईमानदार हैं। ये लोग झूठे केस में फंसाकर लोगों को बताना चाहते हैं कि ये लोग भी हमारे जैसे हैं, लेकिन जनता यकीन नहीं कर रही। तुम चाहें जितना कीचड़ फेंक दो, कुछ नहीं होगा। भगवान हमारे साथ है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ये भी कहा, जब से पंजाब में सरकार बनी है, देश का हर आदमी चाहता है कि हमारे बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले। फ्री बिजली-पानी मिले। हर व्यक्ति चाहता है कि हमें भ्रष्टाचार मुक्त देश मिले। ऐसे में लोगों की उम्मीद आम आदमी पार्टी बन रही है। ऐसे में इन लोगों को दिक्कत हो रही है। ये लोग दिल्ली में कामों को रोकना चाहते हैं।
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने केजरीवाल के आरोपों पर कहा, अरविंद केजरीवाल ने पहले जितेंद्र तोमर को कट्टर ईमानदार कहा, फिर सत्येंद्र जैन को कट्टर ईमानदार कहा। अब नए कट्टर ईमानदार का स्कूल का रिपोर्ट कार्ड पेश कर रहे हैं। पूनावाला ने दावा किया दिल्ली में कोई नया स्कूल नहीं बनाया गया। 800 स्कूलों में कोई प्रिंसिपल नहीं है।
क्यों भड़के केजरीवाल?
दिल्ली सरकार की नई शराब नीति की सीबीआई जांच होगी। मुख्य सचिव की रिपोर्ट के बाद एलजी सक्सेना ने जांच की सिफारिश की है। खास बात ये है कि रिपोर्ट में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा, सिसोदिया पर लगे सारे आरोप बेबुनियाद हैं। जब हमारी सरकार बनी थी, तब दिल्ली में स्कूलों की हालत बहुत खराब थी, लेकिन सिसोदिया ने दिन रात काम किया और आज दिल्ली के स्कूलों को इतना बेहतर बना दिया कि आज अमीर और गरीब बच्चे सब एक स्कूल में पढ़ रहे हैं। मनीष सिसोदिया 6 बजे घर से निकल जाते हैं। वे अलग अलग स्कूलों में जाकर निरीक्षण करते हैं। ऐसा कौन सा भ्रष्टाचारी होगा, जो ऐसे दिन-रात काम कर रहा है।