कोरोना महामारी के दौरान बहुत से लोगों ने अपनों को खोया है। कई बच्चों नें अपने माता-पिता को खोया है। अब ऐसे अनाथ बच्चों की मदद सरकार करेगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम की शुरुआत की है।
क्या है इस स्कीम का फायदा: इस स्कीम के तहत बच्चे की उम्र 18 वर्ष होने पर उसे मंथली सैलरी दी जाएगी। बच्चे की उम्र 23 वर्ष होने पर एक साथ 10 लाख रूपए दिए जाएंगे। साथ ही महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा रजिस्ट्रेशन भी किया जाएगा। 28 फरवरी 2022 रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख है।
इतनी राशि मिलती है: केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रमुख सचिवों, महिला एवं बाल विकास, सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभागों को स्कीम के सभी आदेश जारी किए हैं। बिना किसी इंस्टीट्यूशन देखभाल के रहने वाले बच्चों को हर महीने 2 हजार रुपए दिए जाएंगे। चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन में रहने वाले बच्चों के रखरखाव के लिए भी हर महीने 2,160 रुपए दिए जाएंगे।
किताबों और ड्रेस का खर्चा भी उठाती है सरकार: पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम में 10 साल से कम उम्र के अनाथ बच्चों को नजदीकी केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन दिलाया जाता है।
बच्चे के स्कूल में एडमिशन होने पर उसकी फीस: केंद्र सरकार के पीएम केयर्स फंड के द्वारा भरी जाती है। सरकार बच्चों की किताबें और स्कूल ड्रेस का खर्च भी उठाती है। वहीं 11 साल से अधिक उम्र के बच्चों का एडमिशन सैनिक स्कूल या फिर नवोदय विद्यालय में कराया जाता है। इसके साथ ही सभी अनाथ बच्चों को आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपए तक का हेल्थ इंश्योरेंस भी मिलता है।