जनजातीय सम्मेलन में मोदी: बोले- पहले की सरकारों के लिए आदिवासियों का दुख मायने नहीं रखता था

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जनजातीय सम्मेलन में मोदी: बोले- पहले की सरकारों के लिए आदिवासियों का दुख मायने नहीं रखता था

भोपाल. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भोपाल पहुंच चुके हैं। कुछ देर में वे जनजातीय गौरव सम्मेलन (Janjatiya Gaurav Sammelan) को संबोधित करेंगे। इससे पहले उन्होंने जंबूरी मैदान पर प्रदर्शनी का अवलोकन किया। साथ ही मोदी ने वयोवृद्ध बीजेपी नेता लक्ष्मी नारायण गुप्ता का सम्मान किया। मोदी को झाबुआ की जैकेट और डिंडौरी का साफा पहनाया गया।

ऐसे हुआ मोदी का सम्मान

  • प्रधानमंत्री को आदिवासी कलाकार भूरी बाई और भज्जू सिंह श्याम अपनी पेंटिंग भेंट की। 

  • प्रधानमंत्री को अमृत माटी कलश भेंट किया गया। इसमें आजादी के लिए बलिदान देने वाले महापुरूषों की जन्मभूमि, बलिदान भूमि और उनके जीवन से जुड़े 75 स्थानों की मिट्‌टी है। 
  • प्रधानमंत्री के सामने 46 जनजातियों के 700 से ज्यादा कलाकार जनजातीय समुदाय की कला, संस्कृति और धरोहर को प्रदर्शित करने वाली प्रस्तुति दी।
  • मोदी ने बिरसा को श्रद्धांजलि दी

    — BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) November 15, 2021

    मोदी ने जंबूरी लगाई गई प्रदर्शनी भी देखी

    — BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) November 15, 2021

    वयोवृद्ध नेता का सम्मान किया

    — BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) November 15, 2021

    आदिवासी भाई-बहनों के लिए काम करेंगे- शिवराज

    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री ने कमलनाथ और दिग्विजय को घेरा। उन्होंने कहा कि दो-दो पूर्व मुख्यमंत्री हम पर हमला कर रहे हैं। जो कहते थे बीजेपी आदिवासी विरोधी है, आज वही कह रहे हैं कि जनजातीय सम्मेलन फिजूलखर्ची है। पेसा कानून चरणबद्ध तरीके से पूरे मध्य प्रदेश में लागू किया जाएगा। ऐसी आबकारी नीति बनाई जाएगी, जो आपकी परंपराओं का पालन करे। जनजातीय भाइयों का कर्ज माफ करवाया जाएगा। हर गांव में आदिवासी भाई-बहनों को ट्रेंड कर रोजगार दिया जाएगा।

    मोदी के भाषण की मुख्य बातें

    आपका विश्वास-स्नेह और मजबूत हो रहा
    आप सभी को भगवान बिरसा के जन्मदिन की शुभकामनाएं। आज का दिन पूरे जनजातीय समाज के लिए बहुत बड़ा दिन है। भारत आज पहला जनजातीय गौरव दिवस मना रहा है। आजादी के बाद देश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर जनजातीय कला, राष्ट्रनिर्माण के उनके योगदान को याद किया जा रहा है। इसके लिए देश को बहुत बधाई देता हूं। बीते कई सालों में हमें आपका विश्वास मिला है। ये स्नेह और मजबूत होता जा रहा है। आपका यही प्यार हमें आपकी सेवा के लिए दिन-रात एक करने के  लिए प्रेरणा-ऊर्जा देता है। इसी सेवाभाव से ही आज आदिवासी समाज के लिए शिवराज सरकार ने कई बड़ी योजनाओं की शुरुआत की है। 

    कोरोना टीकाकरण में आदिवासियों ने उत्साह दिखाया

    मैंने जिंदगी का बड़ा जीवन आदिवासियों के बीच बिताया है। आज उनके गीत के शब्दों को सुना तो लगा कि ये देश के लोगों को जीवन जीने का कारण बताता है। गांव में आपके घर के पास सस्ता राशन पहुंचेगा तो समय भी बचेगा और कर्ज से भी मुक्ति मिलेगी। मुझे खुशी है कि जनजातीय परिवारों या आदिवासी भाई-बहन टीकाकरण को समझते हैं। पूरी दुनिया महामारी से लड़ रही है। आदिवासी भाई-बहनों का इससे लड़ने के लिए आगे आना गौरव की बात है। 

    दशकों तक स्वार्थ की राजनीति चली

    आज जब हम राष्ट्रीय विकास में जनजातीय योगदान की बात करते है तो कुछ लोगों को हैरानी होती है। उन्हें यकीन ही नहीं होता कि जनजातीय लोगों के बारे में बताया नहीं गया या सीमित जानकारी दी गई। आजादी के बाद दशकों तक स्वार्थ की राजनीति चलाई गई। आदिवासियों का दुख, तकलीफ, उनका स्वास्थ्य उन लोगों के लिए मायने नहीं रखता। जनजातीय समाज के योगदान के बिना भगवान राम के जीवन में सफलता की बात नहीं की जा सकती। जनजातीय समाज ने राम को पुरुषोत्तम बनाने में योगदान दिया। आदिवासी समाज को को प्राथमिकता ना देकर पूर्व सरकारों ने जो अपराध किया, उस पर हर मंच पर चर्चा होना जरूरी है। उन लोगों बार-बार वोट मांगे, सत्ता पाई, आदिवासियों को छोड़ दिया गया।

    PM Narendra Modi मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान CM Shivraj Singh Chouhan The Sootr bhopal visit प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भोपाल दौरा attend Janjatiya adivasi Sammelan जनजातीय गौरव दिवस में शिरकत 8 केंद्रीय मंत्री