नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 20 अगस्त को सोमनाथ मंदिर परिसर को 80 करोड़ की सौगात दी। मोदी ने वर्चुअल कार्यक्रम में समुद्र-दर्शन पैदल पथ समेत कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। सोमनाथ महादेव में ही पार्वती मंदिर का शिलान्यास भी किया।
कैसा होगा पार्वती मंदिर?
पार्वती मंदिर 30 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। इस मंदिर का गर्भगृह 380 वर्गमीटर का होगा, जबकि इस मंदिर का नृत्य मंडप 1250 वर्गमीटर का होगा। इस मंदिर को सोमपुरा शैली में बनाया जाएगा। सोमनाथ मंदिर के ठीक पास में स्थित देवी अहिल्याबाई मंदिर का भी जीर्णोद्धार किया गया है। इस मंदिर को भी प्रधानमंत्री देश को समर्पित करेंगे।
ऐसा है समुद्र दर्शन पैदल पथ
अरब सागर के किनारे सोमनाथ मंदिर के ठीक पीछे की तरफ पर (समुद्र और सोमनाथ मंदिर के बीच में) 45 करोड़ रुपए की लागत से सवा किलोमीटर लंबा पैदल पथ (Walk Way) बनाया गया है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए ये वॉक वे समुद्र की लहरों के साथ-साथ सोमनाथ मंदिर को देखने की एक अनूठी जगह होगी। यहां से मंदिर के शंखनाद और समुद्र की लहरों की आवाज सुनना अभूतपूर्व रहेगा।
सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं मोदी
केशुभाई पटेल के निधन के बाद मोदी ही सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए मोदी सोमनाथ ट्रस्ट मंडल में शामिल हुए थे। अब सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष बनने के बाद मोदी के सुझाव पर ही मंदिर की व्यवस्था में कई बदलाव किए गए हैं।
क्या बोले मोदी?
मोदी ने कहा कि मंदिर को कई बार खंडित किया गया। जितनी बार इसे गिराया गया, उतनी बार ये खड़ा हुआ। आतंक के बलबूते साम्राज्य खड़़ा करने की सोच भले ही किसी कालखंड में हावी हो, वो मानवता को ज्यादा दिनों का दबाकर नहीं रख सकता। महमूद गजनवी ने 1026 में सोमनाथ पर आक्रमण कर उसे तहस-नहस कर दिया था।