नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 75वें स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर लाल किले से कुछ अहम ऐलान किए। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब सैनिक स्कूलों (Sainik School) में देश की बेटियां भी पढ़ेंगी। अभी तक यहां लड़कों को ही एडमिशन दिया जाता है। खेल के मैदान से लेकर सभी जगह बेटियां कमाल कर रही हैं। उन्होंने ये भी कहा कि हमारे देश के केंद्र और राज्य के सरकारी दफ्तरों (Govt Offices) में कई नियम (Rules) और समस्याएं लोगों के लिए बाधा बनकर ख़ड़ी होती हैं। इन्हें दूर करना ही होगा। ये एक दिन में नहीं होगा। मन बनाकर करेंगे तो इसे जरूर कर पाएंगे।
मिजोरम के सैनिक स्कूल में प्रयोग किया था
मोदी ने लाल किले से कहा कि मुझे लाखों बेटियों के संदेश मिलते थे कि सैनिक स्कूल में पढ़ना चाहती हैं। ढाई साल पहले मिजोरम (Mizoram) के सैनिक स्कूल में बेटियों को प्रवेश देने का प्रयोग किया था। अब तय किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूलों को देश की बेटियों के लिए भी खोल दिया जाएगा।
भाषण के पहले बापू की समाधि पर श्रद्धांजलि दी
लाल किले पर भाषण देने से पहले मोदी ने महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की समाधि राजघाट (Rajghat) पर जाकर राष्ट्रपिता को नमन किया। भाषण से पहले मोदी ने ट्वीट कर स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव का यह वर्ष देशवासियों में नई ऊर्जा और नवचेतना का संचार करे। इस बार ओलंपिक पदक विजेता लाल किले पर मौजूद रहे। पहली बार स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर ने फूल बरसाए।
इस बार 90 मिनट का भाषण
2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से 90 मिनट का भाषण दिया। 2020 में लाल किले से उन्होंने 86 मिनट, 2019 में वे 93 मिनट, 2016 में 96 मिनट संबोधित किया था। 2016 में मोदी की अब तक की सबसे लंबी स्पीच रही थी। 2015 में मोदी ने 86 मिनट का भाषण दिया था। पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 1947 में लाल किले से 72 मिनट का भाषण दिया था। मोदी की ये लाल किले से आठवीं स्पीच थी। मनमोहन सिंह ने लाल किले से 10 बार देश को संबोधित किया। 2 बार ही उनका भाषण 50 मिनट का रहा। बाकी आठ बार वे 32 से 45 मिनट ही बोले।