नई दिल्ली. यूक्रेन और रूस में युद्ध जारी है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की। दोनों के बीच 25 मिनट बातचीत हुई। मोदी ने कहा कि रूस और नाटो के बीच मतभेद को केवल बातचीत के जरिए ही सुलझाया जा सकता है। मोदी ने पुतिन के सामने यूक्रेन में फंसे भारतीय, खासकर स्टूडेंट की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। मोदी ने कहा कि भारत उनके सुरक्षित निकास और भारत लौटने को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। पीएम ने हिंसा का छोड़ने की बात भी कही है। उन्होंने कहा कि बातचीत से मामले में हल निकाला जाना चाहिए। बातचीत के अंत में दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि आगे भी हर मुद्दे पर मंथन किया जाएगा और कूटनीतिक चैनल को मजबूत करने का काम किया जाएगा।
CCS की मीटिंग: 24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCS) के साथ हाईलेवल मीटिंग की। इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, हरदीप पुरी और NSA अजित डोभाल समेत कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यूक्रेन के हालात गंभीर है। लेकिन भारत चाहता है कि शांति कायम रहनी चाहिए और बातचीत से हल निकाला जाना चाहिए। यूक्रेन में बदलती स्थिति पर भारत करीब से नजर रख रहा है। सरकार की प्राथमिकता वहां फंसे भारतीयों, विशेषकर वहां पढ़ रहे छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी है
विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने बताया कि भारत यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर रहा है। केंद्र सरकार वहां फंसे देश के छात्रों समेत 18 हजार भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करेगी। यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास ने सभी को सुरक्षित रहने की सलाह दी है। उन्होंने इंडियन स्टूडेंट के साथ बातचीत भी की।
Ambassador's Interaction with Indian Students in Kyiv.@MEAIndia @PIB_India @PIBHindi @DDNewslive @DDNewsHindi @DDNational @PMOIndia @IndianDiplomacy pic.twitter.com/jrfXPlzPKY
— India in Ukraine (@IndiainUkraine) February 24, 2022
यूक्रेन ने की अपील: यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने गुरूवार को कहा कि रूस के सैन्य आक्रमण के कारण उत्पन्न संकट पर भारत के रुख को लेकर उनका देश (यूक्रेन) काफी असंतुष्ट है। यूक्रेन ने स्थिति को सामान्य बनाने के लिए भारत से समर्थन मांगा है। पोलिखा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी उन कुछ गिने-चुने नेताओं में शामिल हैं, जिनकी बात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सुनते हैं। इसके अलावा भारत, रूस के साथ इस निकटता का उपयोग स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कर सकता है।