NEW DELHI. पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने 73वें जन्मदिन पर रविवार को पीएम विश्वकर्मा योजना लॉन्च की। यह कार्यक्रम दिल्ली के द्वारका स्थित आईआईसीसी यानी इंडिया इंटरनेशनल कंवेंशन एंड एक्सो सेंटर में हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि आज भगवान विश्वकर्मा की जयंती है। यह दिन देश के शिल्पकारों और पारंपरिक कारीगरों को समर्पित है। मैं पूरे देश को विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि भगवान विश्वकर्मा के आशीर्वाद से ही आज पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू हुई है। लाखों कारीगर परिवारों के लिए यह योजना उम्मीद की नई किरण बनकर आ रही है। उन्होंने कहा कि जिसकी कोई नहीं सुनता, उसके लिए गरीब का बेटा मोदी सेवक बनकर आया है।
किस तरह की होगी विश्वकर्मा योजना?
- पीएम मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया में हस्तकला की मांग बढ़ रही है। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण लेने वालों को प्रतिदिन 500 रुपए भत्ता भी मिलेगा। 15000 रुपए का टूलकिट भी दिया जाएगा।
- कारीगरों द्वारा बनाए गए सामान की ब्रांडिंग और पैकेजिंग का जिम्मा सरकार उठाएगी।
- पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत विश्वकर्मा साथियों को बिना गारंटी के 3 लाख रुपए तक का कर्ज मिलेगा। इस कर्ज पर ब्याज भी कम होगा।
- पहली बार में एक लाख रुपए तक कर्ज मिलेगा। फिर इसे चुकाने के बाद 2 लाख रुपए का कर्ज और मिलेगा।
आईआईसीसी देश को समर्पित
दिल्ली के द्वारका स्थित आईआईसीसी यानी इंडिया इंटरनेशनल कंवेंशन एंड एक्सो सेंटर 'यशोभूमि' को देश को समर्पित करते हुए पीएम ने कहा कि 'यशोभूमि' में एक साथ 11 हजार लोग बैठ सकते हैं। 8 मंजिला इस इमारत न सिर्फ बैठकें हो सकती हैं, बल्कि सम्मेलन और प्रदर्शनियां भी आयोजित की जा सकती हैं। यह इमारत 73 हजार वर्ग मीटर से ज्यादा क्षेत्र में बनी हुई है। इसमें 15 कंवेंशन रूम और 13 मीटिंग रूम भी बनाए गए हैं।
लोकल के लिए वोकल
पीएम मोदी ने कहा कि विश्वकर्मा दिवस पर हमें लोकल के लिए वोकल होने का प्रण दोहराना है। अब गणेश चतुर्थी, धनतेरस, दीपावली सहित अनेक त्योहार आने वाले हैं। मैं सभी से लोकल खरीदने का आग्रह करूंगा। लोग अपनी जरूरत का सामान स्थानीय विक्रेताओं से खरीदें।