अमृतसर. 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक जोर-आजमाइश जारी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) 27 जनवरी को अमृतसर पहुंचे। यहां उन्होंने पार्टी के 117 उम्मीदवारों के साथ स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) में माथा टेका। राहुल के साथ पंजाब कांग्रेस प्रभारी नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) भी साथ थे।
हर मन हरमंदिर साहिब!
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 27, 2022
कांग्रेस को उम्मीद: राहुल गांधी जालंधर (Rahul Gandhi Jalandhar) से पंजाब कांग्रेस की सियासत (Politics of Punjab Congress) को नई दिशा देंगे। राहुल का यह दौरा कांग्रेस की सियासत के नए समीकरण तय करने वाला माना जा रहा है। राहुल अपने कांग्रेसी उम्मीदवारों को जीत का मंत्र भी देंगे। जालंधर में आयोजित वर्चुअल रैली के जरिए दोआब के दलित समुदाय को सियासी संदेश देना का प्लान बनाया गया है।
Punjab: Congress leader Rahul Gandhi visits the Golden Temple in Amritsar. CM Charanjit Singh Channi and the party's state chief Navjot Singh Sidhu also accompanying him. pic.twitter.com/IQouusbqLt
— ANI (@ANI) January 27, 2022
सिख के साथ दलित वोट बैंक पर नजर: राहुल गांधी ने पंजाब में स्वर्ण मंदिर में माथा टेककर सिख समुदाय को साधने की रणनीति बनाई है तो वाल्मिकी मंदिर में दर्शन और दोआब के जालंधर को अपनी पहली रैली के लिए चुना है। इसे पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले बनाए गए दलित सियासत के समीकरणों के मद्देनजर अहम माना जा रहा है। पंजाब में सबसे ज्यादा दलित वोट बैंक वाले दोआबा से हैं, इसलिए राहुल पंजाब के दोआबा से चुनावी प्रचार का आगाज कर रहे हैं।
क्या चल रहा पंजाब में: राज्य में कांग्रेस दलित वोट बैंक पर पकड़ और मजबूत बनाने के लिए कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को किनारे कर तमाम दावों के बीच चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बना दिया था। पार्टी ने संकेत दे दिया था कि पंजाब में कांग्रेस अब दलित सियासत को सबसे आगे लेकर चलेगी। यही वजह थी कि राहुल के दौरे के मद्देनजर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने गणतंत्र दिवस समारोह में झंडा फहराने के लिए जालंधर चुना था।
जालंधर जिले की जालंधर पश्चिम, करतारपुर, आदमपुर, फिल्लौर समेत दोआबा की एक दर्जन से ज्यादा विधानसभा सीटों पर दलित वोट बैंक निर्णायक हैं। ऐसे में कांग्रेस किसी भी कीमत पर उन्हें अपने पक्ष में करना चाहती है। इसी मद्देनजर कांग्रेस ने चुनावी अभियान जालंधर से करने की कवायद कर रहे हैं.
बड़ा सवाल: पंजाब कांग्रेस के नेता इस इंतजार में हैं कि राहुल गांधी अपने दौरे में सीएम कैडिंडेट (CM Candidate) का ऐलान करते हैं या नहीं। कांग्रेस पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव में किसी को भी चेहरा घोषित करने से बच रही है। कांग्रेस बार-बार दावा कर रही है कि वह चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ को चेहरा बनाकर चुनाव लड़ रही है, लेकिन कांग्रेस पार्टी के भीतर किसी एक को सीएम उम्मीदवार घोषित करने का दबाव बढ़ता जा रहा है। आम आदमी पार्टी भगवंत मान (APP Bhagwant Mann) को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बना चुकी है।